देहरादून: लॉकडाउन से कामकाज बंद होने के कारण बिहार के कुछ मजदूर लम्बे समय से रोजी-रोटी का संकट झेल रहे हैं. आज इनके सब्र का बांध आखिरकार टूट गया. घर वापसी के लिए बिहार सरकार द्वारा किसी तरह की व्यवस्था न होने से नाराज इन मजदूरों ने घंटाघर में जमकर हंगामा किया.
मजदूरों का आरोप है कि देशभर से कई राज्यों में प्रवासियों को लाने की आवाजाही चल रही है, लेकिन उनके घर वापसी के लिए सम्बंधित सरकार कोई व्यवस्था नहीं कर रही है. ऐसे में लंबे समय से कामकाज बंद होने से रोजी-रोटी का संकट लगातार गहराता जा रहा है. हालांकि पुलिस द्वारा खाद्य रसद सामग्री मिल रही है, लेकिन उसके बावजूद भी परिवार में कई तरह की परेशानियां हैं. मजदूरों ने राज्य सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द उनके घर वापसी के लिए ट्रेन या बस की व्यवस्था की जाए. उधर, मजदूरों की घर वापसी के लिए हंगामे को देख देहरादून पुलिस प्रशासन के एकाएक हाथ-पांव फूल गए.
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मामले में सर्किल ऑफिसर शेखर सुयाल ने कहा कि अधिकारियों से बातचीत करने के बाद अगले सप्ताह भर के भीतर बिहार जाने वालों के लिए व्यवस्था बनाने का आश्वासन दिया गया है. देहरादून के सभी थाना चौकी में बिहार जाने वाले मजदूरों की लिस्ट बनाई जा चुकी है. जैसे ही व्यवस्था बनेगी, उसी प्रकार सूचीबद्ध लोगों को उनके घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी. आश्वासन देने के बाद मजदूरों को घंटाघर से अलग-अलग स्थानों पर रवाना किया गया.