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Avalanche Alert in Uttarakhand: उत्तराखंड में एवलॉन्च का खतरा, चेतावनी जारी - उत्तराखंड में बर्फबारी कब होगी

उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र अगले कुछ दिन एवलॉन्च के लिहाज से बेहद संवेदनशील माने जा रहे हैं. मौसम विभाग की मानें तो अगले 3 दिनों तक तापमान बढ़ने से ग्लेशियर पर इसका प्रभाव पड़ने की संभावना है. जिसके चलते एवलॉन्च का खतरा बढ़ गया है.

avalanche Alert in Uttarakhand
उत्तराखंड में एवलॉन्च का खतरा
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Published : Feb 16, 2023, 7:48 PM IST

Updated : Feb 16, 2023, 10:16 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्रों पर भी ग्लोबल वार्मिंग का असर दिखाई देने लगा है. फरवरी महीने में तापमान और मौसम के मिजाज में बेहद ज्यादा बदलाव महसूस किया जा रहा है. बड़ी बात ये है कि मौसम में हो रहे बदलाव के चलते न केवल सीजन ओवरलैप हो रहे हैं, बल्कि ग्लेशियर्स पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है. फिलहाल, मौसम विभाग की नई चेतावनी पर्यावरण में हो रहे बदलाव के संकेत दे रही है.

उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र अगले एक हफ्ते तक मौसम शुष्क रहने का अंदेशा जता रहा है. हालांकि, 20 और 21 फरवरी को ऊंचाई वाले स्थानों पर खासकर उत्तरकाशी और चमोली जिले में हल्की बारिश की बौछार होने की संभावना है. इसके अलावा बाकी सभी 11 जिलों में बारिश न होने के आसार हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है कि जिस तरह फरवरी महीने में तापमान बढ़ने जा रहा है. उसका बुरा असर ग्लेशियर पर भी पड़ सकता है.

दरअसल, मौसम विज्ञान केंद्र ने 18, 19 और 20 फरवरी को एवलॉन्च आने की संभावना जताई है. इससे पहले भी बढ़ते तापमान के कारण ग्लेशियर के तेजी से पिघलने की बात वैज्ञानिक कह चुके हैं. ऐसे में जिस तरह फरवरी महीना बारिश के लिहाज से पूरी तरह से सूखा दिखाई दे रहा है. उससे बदलते मौसम की तस्वीर दिखाई दे रही है.
ये भी पढ़ेंः पिछले 40 सालों में 700 मीटर पीछे खिसका पिंडारी ग्लेशियर, बुग्यालों में भूस्खलन ने बढ़ाई चिंता

मौसम विभाग की मानें तो अगले एक हफ्ते तक राज्य के सभी 13 जिलों में बारिश नहीं होगी. चिंता की बात ये है कि फरवरी महीने में 30% तक कम बारिश रही है. ईटीवी भारत इससे पहले अपनी रिपोर्ट में कम होती बारिश पर वैज्ञानिकों के अध्ययन और चिंताओं को बता चुका है. उधर, अब अगले एक हफ्ते में भी बारिश के न होने से फरवरी महीने का ज्यादातर समय सूखा ही गुजरेगा. इस तरह सभी जिलों में सामान्य से भी कम बारिश होने की स्थिति बन गई है.

उत्तराखंड के इतिहास में फरवरी महीने को लेकर आकलन किया जा रहा है कि पिछले सालों में ऐसे कम मौके ही आए हैं. जब फरवरी महीना बारिश के लिहाज से इतना सूखा रहा है. जबकि, इससे पहले ही सामान्य से भी कम बारिश का औसत और भी गिरने की उम्मीद है. बहरहाल, मौसम विभाग ने चेतावनी दे दी है और तापमान की करीब 4 से 5 डिग्री तक बढ़ने के साथ ग्लेशियर्स के भी प्रभावित होने की बात कही गई है. जिसके चलते आने वाले 3 दिनों में एवलॉन्च का खतरा रहेगा.
ये भी पढ़ेंः हर साल उत्तराखंड झेलता है आपदा, 22 साल में कोई भी सरकार नहीं खोज पाई ग्लेशियर वैज्ञानिक?

देहरादूनः उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्रों पर भी ग्लोबल वार्मिंग का असर दिखाई देने लगा है. फरवरी महीने में तापमान और मौसम के मिजाज में बेहद ज्यादा बदलाव महसूस किया जा रहा है. बड़ी बात ये है कि मौसम में हो रहे बदलाव के चलते न केवल सीजन ओवरलैप हो रहे हैं, बल्कि ग्लेशियर्स पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है. फिलहाल, मौसम विभाग की नई चेतावनी पर्यावरण में हो रहे बदलाव के संकेत दे रही है.

उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र अगले एक हफ्ते तक मौसम शुष्क रहने का अंदेशा जता रहा है. हालांकि, 20 और 21 फरवरी को ऊंचाई वाले स्थानों पर खासकर उत्तरकाशी और चमोली जिले में हल्की बारिश की बौछार होने की संभावना है. इसके अलावा बाकी सभी 11 जिलों में बारिश न होने के आसार हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है कि जिस तरह फरवरी महीने में तापमान बढ़ने जा रहा है. उसका बुरा असर ग्लेशियर पर भी पड़ सकता है.

दरअसल, मौसम विज्ञान केंद्र ने 18, 19 और 20 फरवरी को एवलॉन्च आने की संभावना जताई है. इससे पहले भी बढ़ते तापमान के कारण ग्लेशियर के तेजी से पिघलने की बात वैज्ञानिक कह चुके हैं. ऐसे में जिस तरह फरवरी महीना बारिश के लिहाज से पूरी तरह से सूखा दिखाई दे रहा है. उससे बदलते मौसम की तस्वीर दिखाई दे रही है.
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मौसम विभाग की मानें तो अगले एक हफ्ते तक राज्य के सभी 13 जिलों में बारिश नहीं होगी. चिंता की बात ये है कि फरवरी महीने में 30% तक कम बारिश रही है. ईटीवी भारत इससे पहले अपनी रिपोर्ट में कम होती बारिश पर वैज्ञानिकों के अध्ययन और चिंताओं को बता चुका है. उधर, अब अगले एक हफ्ते में भी बारिश के न होने से फरवरी महीने का ज्यादातर समय सूखा ही गुजरेगा. इस तरह सभी जिलों में सामान्य से भी कम बारिश होने की स्थिति बन गई है.

उत्तराखंड के इतिहास में फरवरी महीने को लेकर आकलन किया जा रहा है कि पिछले सालों में ऐसे कम मौके ही आए हैं. जब फरवरी महीना बारिश के लिहाज से इतना सूखा रहा है. जबकि, इससे पहले ही सामान्य से भी कम बारिश का औसत और भी गिरने की उम्मीद है. बहरहाल, मौसम विभाग ने चेतावनी दे दी है और तापमान की करीब 4 से 5 डिग्री तक बढ़ने के साथ ग्लेशियर्स के भी प्रभावित होने की बात कही गई है. जिसके चलते आने वाले 3 दिनों में एवलॉन्च का खतरा रहेगा.
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Last Updated : Feb 16, 2023, 10:16 PM IST
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