देहरादून: उत्तराखंड विमर्श से जुड़े पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का कहना है कि बीते कई दिनों से किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार उनसे वार्ता करने को तैयार नहीं है, जिससे उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है. किशोर उपाध्याय ने कहा है कि किसान आंदोलन में सरकारी षड्यंत्र हुआ है.
किशोर उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली में पत्रकारों को प्रताड़ित किया जा रहा है, उसे देखकर लगता है कि केंद्र सरकार निष्पक्ष पत्रकारिता को दबाना चाहती है. उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों से किसानों का अहित होगा. किसानों का आहित होगा तो देश का अहित होगा.
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आंदोलन में आंदोलनकारियों के साथ गलत बर्ताव हुआ. रामपुर तिराहा कांड के दौरान मुजफ्फरनगर के स्थानीय निवासियों ने आंदोलनकारियों की मदद की, अब फर्ज बनता है कि उत्तराखंड के लोग देश के किसानों के साथ खड़े हों.
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उत्तराखंड विमर्श से जुड़े समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सचान का कहना है कि वर्तमान में किसानों की मांग पर सरकार वार्ता करने को तैयार नहीं है, जिससे उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है. सरकार कॉन्टेक्ट के आधार पर सभी कार्य करवाना चाहती है, जिससे व्यक्ति सरकार तक सीधे वार्ता ना कर सके.