देहरादून: राजधानी देहरादून में लगातार अवैध प्लाटिंग का सिलसिला चरम पर है. जिसको देखते हुए अब मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण कुछ हरकत में आया है. शनिवार को मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की और से शिमला बाईपास रोड पर करीब 5 बीघा में की गई अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त किया गया.
इसके साथ एमडीडीए के अधिकारियों के अनुसार शिमला बाईपास में ही स्थित मेहंदीपुर गांव के आसपास की गई अवैध प्लाटिंग को भी ध्वस्त किया है. अधिकारियों का कहना है कि अवैध प्लाटिंग और निर्माण के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और इसके साथ ही नोटिस भी जारी किया जा रहा है.
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जानकारी के अनुसार शिमला बाईपास पर अलग-अलग स्थानों पर मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण को अवैध प्लाटिंग की सूचनाएं मिल रही थी. जिस पर शनिवार को एमडीडीए की टीम ने सिलसिलेवार शिमला बाईपास पर जहां पहले 5 बीघा भूमि पर हुए अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया. वहीं, इसके बाद शिमला बाईपास पर ही स्थित मेहंदीपुर गांव में 22 बीघा भूमि पर भी अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई.
बता दें कि देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ रहे जनसख्या के साथ ही भू माफिया लगातार शहर और इसके बाहर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं, जिससे कि भूमि बेचकर मुनाफा कमाया जाए. वहीं, एमडीडीए भी लगातार अवैध प्लाटिंग के खिलाफ अभियान चलाए हुए है.
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मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण के प्रशासनिक अधिकारी संजीवन चन्द्र सुंठा ने बताया कि विगत दो माह में एमडीडीए की और से अवैध प्लाटिंग और अवैध निर्माण के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है.
सुंठा के अनुसार दो माह में ऋषिकेश सहित पछवादून, शिमला बाईपास और शहर के अलग-अलग इलाकों में करीब 600 बीघा अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया गया और नोटिस भी जारी किए गए हैं. इसके साथ ही 65 से अधिक अवैध निर्माण और दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सीज करने की कार्रवाई के साथ 10 अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है.