देहरादून: उत्तराखंड के केदार घाटी में पुनर्निर्माण का कार्य तेजी चल रहा है. केदार घाटी की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को विकसित किए जाने का खाका तैयार किया गया है. तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद बदरीनाथ के विकास का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के मुताबिक बदरीनाथ धाम को विकसित करने के लिए फिलहाल कोई मास्टर प्लान तैयार नहीं है. बीते दिनों पीएम मोदी ने केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को भी विकसित करने को कहा था. पीएम के दिशा-निर्देशों के मुताबिक बदरीनाथ धाम के लिए प्राथमिक खाका तैयार किया गया है. जिस पर स्थानीय लोगों की राय और मंथन करते हुए अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
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पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि केदार घाटी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य को करने के लिए बहुत सीमित समय रहता है. मॉनसून सीजन ही केदार घाटी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के लिए लाभदायक होता है. इसीलिए मॉनसून में अधिक से अधिक निर्माण कार्यों को पूरा कर लिया जाता है. क्योंकि मॉनसून सीजन के दौरान केदारघाटी में पर्यटकों की संख्या कम होती है.
इसके साथ ही मौसम साफ रहता है. ऐसे में बारिश के दौरान भी निर्माण कार्य चलते रहते हैं. हालांकि बर्फबारी के चलते निर्माण कार्य संभव नहीं है. मौजूदा समय में जिलाधिकारी स्तर पर भी केदारघाटी में हो रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की जा रही है. करीब 215 मजदूर केदार घाटी के पुनर्निर्माण के कार्यो में जुटे हुए हैं.
वहीं, डिमरी पंचायत समाज के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केदारनाथ में चले रहे निर्माण कार्यों का जायजा लेते हुए बदरीनाथ धाम को भी विकसित करने की बात कही थी. ऐसे में सरकार अगर केदारनाथ धाम की तरह ही बदरीनाथ धाम को भी विकसित करती है तो ऐसे में ना सिर्फ स्थानीय निवासियों को इसका फायदा मिलेगा, बल्कि बदरीनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को भी अतिरिक्त सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी.