देहरादून: कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे (Coonoor Helicopter Crash) में शहीद हुए सीडीएस बिपिन रावत का शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ दिल्ली में अंतिम संस्कार किया गया. इस हादसे में उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था. बिपिन रावत का उत्तराखंड से गहरा नाता था, वे उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रहने वाले थे. ऐसे में केंद्रीय वक्फ परिषद के सदस्य रईस खान पठान ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा है और देहरादून में बनने जा रहे सैन्य धाम में शहीद बिपिन रावत का स्मारक बनाए जाने की मांग की है.
केंद्रीय वक्फ परिषद के सदस्य ने मुख्यमंत्री धामी को पत्र लिखकर कहा कि बिपिन रावत हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे. देश इस महान सैनिक का सदैव ऋणी रहेगा और वह सदैव सबके हृदय में गौरव का स्थान पायेंगे. यह महत्वपूर्ण है कि उत्तराखंड राज्य में उनके नाम पर एक स्मारक होना चाहिए. हालांकि कई विकल्प हैं लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें 50 बीघे भूमि पर देहरादून के पुरकुल गांव में बनने वाले सैन्य धाम में एक प्रमुख स्थान मिलना चाहिए.
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केंद्रीय वक्फ परिषद के सदस्य ने पत्र में कहा कि देहरादून में बनने वाला सैन्या धाम उत्तराखंड का पांचवां धाम होगा. हाल ही में हमारी सरकार ने हमारे सैनिकों के परिवारों के लिए पहल की थी. देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वालों के घरों की मिट्टी सैन्य धाम देहरादून में उपयोग के लिए एकत्र की थी. धरती पुत्र होने के नाते यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम यह सुनिश्चित करें कि जनरल बिपिन रावत को राज्य के नागरिकों द्वारा हमेशा याद किया जाए.
यदि उत्तराखंड के देहरादून में सैन्य धाम पुरुकुल गांव का मुख्य प्रवेश द्वार जनरल बिपिन रावत के नाम पर समर्पित हो तो इसका लाभ होगा. केंद्रीय वक्फ परिषद के सदस्य रईस खान पठान ने इस दिशा में मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने की मांग की.