ऋषिकेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर प्रतापनगर के रहने वाले मदन सिंह राणा ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत खुद के खर्चे पर अपने क्षेत्र व चारों धामों में स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी. लेकिन छह साल बाद कोविड-19 के चलते अब उनके सामने आर्थिक समस्या गहरा गई है. यही कारण है कि मदन सिंह अब इस मुहिम को छोड़ने की बात कह रहे हैं, क्योंकि सरकार की तरफ से भी मदन सिंह राणा को कोई सहयोग नहीं मिल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को स्वच्छ करने का बीड़ा उठाए है. उनके इसी मिशन से प्रेरणा लेकर प्रतापनगर टिहरी के ग्रामीण मदन सिंह राणा ने उत्तराखंड में खुद के बूते स्वच्छता की मुहिम शुरू की. पिछले 6 साल से राणा राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई और कूड़ा निस्तारण के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए उन्होंने कई दफा सरकार से मदद की गुहार लगाई, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार से लेकर उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार से उन्हें कोई भी सहायता नहीं मिल पाई है.
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कोरोना काल में आर्थिक तंगी की वजह से परेशान हो चुके मदन सिंह राणा अब इस मुहिम से खुद को किनारे करने का मन बना रहे हैं. हालांकि, उन्होंने एक बार फिर सरकार से मदद की गुहार लगायी है.