देहरादूनः उत्तराखंड में महाकुंभ से पहले राज्य सरकार ने संतों की भू-समाधि को लेकर बड़ा फैसला लिया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संतों को भू-समाधि के लिए हरिद्वार में भूमि आवंटित किए जाने का निर्णय लिया है.उत्तराखंड सरकार महाकुंभ की तैयारियों में जुटी है और साधु समाज से भी कुंभ से जुड़े तमाम कार्यों को लेकर सुझाव ले रही हैं. इस बीच राज्य सरकार ने साधु समाज को जल समाधि की जगह समाधि दिए जाने के लिए भूमि देने की मंजूरी दी है.
बता दें कि संतों द्वारा शरीर त्यागने के बाद उनके शरीर को गंगा में प्रभावित किया जाता रहा है. ऐसे में महाकुंभ से पहले राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि सरकार संतों के शरीर को गंगा में प्रवाहित करने के बजाय उन्हें भू-समाधि दिए जाने के लिए हरिद्वार में भूमि आवंटित करेगी.
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राज्य सरकार ने इस फैसले को लेने से पहले साधु समाज से भी इस पर बातचीत की है जिसके बाद साधु समाज की तरफ से स्वीकृति दिए जाने के बाद अब संतों को हरिद्वार में भू समाधि दी जाएगी. उत्तराखंड राज्य में त्रिवेंद्र सरकार ने अनाथ बच्चों को लेकर भी फैसला लिया है, जिसमें 18 साल से अधिक उम्र के अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की जाने का फैसला लिया गया है.
दरअसल, 18 साल से अधिक के अनाथ बच्चों के उत्पीड़न की बातें लगातार सामने आ रही थी और ऐसे कुछ मामले मुख्यमंत्री के भी संज्ञान में लाए गए थे. जिसके बाद सरकार ने नई योजना के जरिए इन बच्चों के उत्पीड़न को रोकने की कोशिश की जाएगी.