विकासनगर: लगभग 50 लाख की कीमत के बने पजिटिलानी अस्पताल की बिल्डिंग महज शोपीस बनकर रह गई है. इस अस्पताल की बिल्डिंग तो तैयार हो गई, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते इस अस्पताल में डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ की कमी बनी हुई है.
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ग्रामीणों ने तंज कसते हुए कहा कि शायद विभाग डॉक्टर और स्टॉफ को भेजना भूल गया होगा. इस अस्पताल के सुचारू होने से लगभग 2 दर्जन गांव की 4000 से 5000 की आबादी को अस्पताल से स्वास्थ्य लाभ की उम्मीद थी.
सरकार के द्वारा 50 लाख की कीमत से बना ये अस्पताल मात्र शोपीस बनकर रह गया है. लोगों में सरकार और स्वास्थ्य विभाग के प्रति काफी रोष देखने को मिल रहा है. अब देखने वाली बात ये है कि आखिर कब तक गांव के लोगों को इस अस्पताल की सुविधाएं मिलनी शुरू हो पाएंगी.