देहरादून: राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने को लेकर 13 जिले 13 डेस्टिनेशन योजना की शुरुआत की गई थी. जिससे आने वाले समय में पर्यटकों को प्रदेश के और भी नए पर्यटन स्थलों से रूबरू कराया जा सके, लेकिन वर्तमान समय में भूमि उपलब्धता न होने के चलते पर्यटन महकमा मात्र पांच जिलों पर ही फोकस कर रहा है. ताकि पहले चरण में पांच जिलों में नए पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा सके.
गौर हो कि देवभूमि उत्तराखंड पर्यटन के लिहाज से विश्वविख्यात है. जहां ब्रिटिश काल से ही नैनीताल, मसूरी, रानीखेत, चकराता समेत तमाम पर्यटन स्थल मौजूद हैं. जहां अमूमन सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है. इसी के चलते कई बार पर्यटकों को तमाम दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सत्ता संभालने के साथ ही 13 जिलों में 13 डेस्टिनेशन विकसित करने की इच्छा जताई थी.
टिहरी में रिंगरोड डेवेलप करने का प्रोजेक्ट तय
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि 13 जिले 13 डेस्टिनेशन का काम तेजी से चल रहा है. इस संबंध में टिहरी जिले में मास्टर प्लान का काम शुरू हो गया है. मल्टीनेशनल एजेंसी के तहत टिहरी में पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए बारह सौ करोड़ रुपए भी मिले हैं. इसके साथ ही टिहरी में रिंग रोड डेवलप करने के लिए करीब 6 सौ से 7 सौ करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तय किया गया है. जिसमें पहले चरण की प्रक्रिया गतिमान है.
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अल्मोड़ा में इको टूरिज्म सेक्टर डेवलप करने के संबंध में अल्मोड़ा जिला अधिकारी द्वारा रिपोर्ट सौंपी गई है. बड़ी परियोजनाओं पर सिस्टमैटिक ढंग से काम चल रहा है. यही नहीं प्रदेश में तमाम छोटे काम ऐसे भी है, जिन्हें विकसित करना बेहद जरूरी है. इसके लिए जिन-जिन जिलों से प्रस्ताव आए थे. उन प्रस्तावों को मंजूरी दी जा रही है.
हर जिले के लिए एक डेस्टिनेशन तय किया गया है, लेकिन प्रथम चरण में पांच जिलों पर फोकस किया जा रहा है. क्योकि तमाम जिलो में डेस्टिनेशन को विकसित करने में मुख्य समस्या भूमि उपलब्धता आ रही है. ऐसे में जिन जिलों में भूमि उपलब्ध है, वहां काम गतिमान है. लिहाजा पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, टिहरी और देहरादून में पर्यटन विकसित करने का कार्य हो रहा है.