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कांग्रेस को नहीं पच रही हार, EVM को ठहराया जिम्मेदार

उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने EVM पर उठाये सवाल. उत्तराखंड की पांचों सीटों को हारने को लेकर कहा, बैलेट पेपर से होते चुनाव तो परिणाम कुछ और ही होता.

उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय.
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Published : May 25, 2019, 9:21 AM IST

Updated : May 25, 2019, 10:01 AM IST

देहरादून: लोकसभा चुनावों से पहले ही विपक्षी दलों ने ईवीएम पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे. अब लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस बीजेपी की प्रचंड जीत की वजह EVM को ही बता रही है. उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बीजेपी को जीत की बधाई देते हुए कहा कि कांग्रेस की हार के पीछे ईवीएम है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पांचों सीटों पर अगर EVM के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव करवाये जाएं तो परिणाम इसके उलट होंगे.

किशोर उपाध्याय ने कहा कि ईवीएम में खोट है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता है. हर बार ईवीएम पर सवाल उठे हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान भी मशीन को लेकर कई नेताओं का विरोध सामने आया था. मतगणना पूरी होने से पहले ही एग्जिट पोल के माध्यम से चुनाव रिजल्ट पहले ही बता दिए थे. इससे साफ है कि जिसकी भी सरकार आप बनवाना चाहते है उसे ईवीएम मशीन की मदद से बना सकते हैं. जनाधार नहीं ईवीएम मशीन ही सरकार चुन रही है.

किशोर उपाध्याय.

पढ़ें- जीत का जश्न: रानी ने निकाला विजय जुलूस, निशंक के घर लगा बधाई का तांता

किशोर उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के दौरान वो पूरे डेलिगेशन के साथ इलेक्शन कमिशन से मिले थे. EC से अनुरोध भी किया था कि ईवीएम मशीन की जगह उत्तराखंड में बैलेट पेपर को ही तरजीह दी जाए. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 11 सीटों पर सिमट कर रह गई. इन परिणामों पर भी उंगली उठाते हुए किशोर ने कहा कि ये संभव ही नहीं उत्तराखंड में कांग्रेस को सिर्फ 11 सीटें ही मिले.

देहरादून: लोकसभा चुनावों से पहले ही विपक्षी दलों ने ईवीएम पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे. अब लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस बीजेपी की प्रचंड जीत की वजह EVM को ही बता रही है. उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बीजेपी को जीत की बधाई देते हुए कहा कि कांग्रेस की हार के पीछे ईवीएम है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पांचों सीटों पर अगर EVM के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव करवाये जाएं तो परिणाम इसके उलट होंगे.

किशोर उपाध्याय ने कहा कि ईवीएम में खोट है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता है. हर बार ईवीएम पर सवाल उठे हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान भी मशीन को लेकर कई नेताओं का विरोध सामने आया था. मतगणना पूरी होने से पहले ही एग्जिट पोल के माध्यम से चुनाव रिजल्ट पहले ही बता दिए थे. इससे साफ है कि जिसकी भी सरकार आप बनवाना चाहते है उसे ईवीएम मशीन की मदद से बना सकते हैं. जनाधार नहीं ईवीएम मशीन ही सरकार चुन रही है.

किशोर उपाध्याय.

पढ़ें- जीत का जश्न: रानी ने निकाला विजय जुलूस, निशंक के घर लगा बधाई का तांता

किशोर उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के दौरान वो पूरे डेलिगेशन के साथ इलेक्शन कमिशन से मिले थे. EC से अनुरोध भी किया था कि ईवीएम मशीन की जगह उत्तराखंड में बैलेट पेपर को ही तरजीह दी जाए. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 11 सीटों पर सिमट कर रह गई. इन परिणामों पर भी उंगली उठाते हुए किशोर ने कहा कि ये संभव ही नहीं उत्तराखंड में कांग्रेस को सिर्फ 11 सीटें ही मिले.

Intro:लोकसभा चुनावों से पहले ही विपक्षी दलों ने ईवीएम पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे अब लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेसी नेता ईवीएम पर फिर सवाल उठा रहे हैं उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस की हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया है।


Body: किशोर उपाध्याय ने कहा कि यदि भाजपा और पीएम मोदी साहस करें तो अभी उत्तराखंड की पाँचो सीटों पर ईवीएम की बजाय बैलेट से मतदान करा दिये जायें तो परिणाम ठीक इसके उलट होंगे, उन्होंने कहा कि वो पहले व्यक्ति थे जब उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के दौरान वे पूरा डेलिगेशन लेकर इलेक्शन कमिशन से मिले थे, और उन्हें बताया था कि ईवीएम मशीन से चुनाव नहीं होने चाहिए ,मगर ऐसा नहीं हो पाया और विधानसभा चुनावों में मात्र 11 सीटों पर सिमट कर रह गए। क्या यह संभव था कि कांग्रेस उत्तराखंड में 11 सीटों पर सिमट कर रह जाएगी? इन लोकसभा चुनावों में में भी ऐसे ही देखने को मिला, मतगणना से पूर्व जो एग्जिट पोल बताए गए उसमें यह दर्शाने की कोशिश करी गई कि ईवीएमस मे कोई कमी नहीं है, यही कारण रहा कि दो-तीन दिन पहले ही परिणाम बता दिए गए, जिसमें साम्यता दिखायी दे रही है। यह वह दावे के साथ कह रहे हैं कि ईवीएम मे खोट है।

बाईट-किशोर उपाध्याय, पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष।


Conclusion:एक तरफ जहां भाजपा ने उत्तराखंड मे भारी अंतर से पांचों लोकसभा सीटें जीती हैं,तो वहीं पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भाजपा की जीत को ईवीएम की गड़बड़ी से जोड़ा है, उन्होंने कहा कि यदि आज पांच लोकसभा सीटों के लिए मतदान ईवीएम की बजाए बैलेट से कराए जाएं तो इसके परिणाम कुछ और ही आएंगे।
Last Updated : May 25, 2019, 10:01 AM IST
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