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KGBV Hostel: कोरूवा में सैकड़ों गरीब छात्राओं को मिलेगी हॉस्टल की सुविधा, 12वीं तक होंगे एडमिशन

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Published : Jan 19, 2023, 5:33 PM IST

देहरादून जिले के कालसी ब्लॉक में दो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं. जिसमें से एक कोरूवा में है. जहां वर्तमान में करीब 150 छात्राएं पठन पाठन कर रही हैं. अभी तक यहां कक्षा 6 से 8वीं तक की पढ़ाई के लिए प्रवेश दिया जाता था, जिसे उच्चीकृत कर अब 12वीं तक कर दिया गया है. ऐसे में छात्राओं की संख्या बढ़ने पर हॉस्टल की आवश्यकता महसूस की जा रही थी. जिसे देखते हुए एक हॉस्टल का निर्माण किया जा रहा है. जहां सभी छात्राओं को एक छत के नीचे सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी.

Girl Students Hostel in Kalsi
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कोरूवा
कोरूवा में सैकड़ों गरीब छात्राओं को मिलेगी हॉस्टल की सुविधा.

विकासनगरः कालसी विकासखंड के कोरूवा में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के उच्चीकरण के बाद नए छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. इससे विद्यालय में अध्ययनरत सभी छात्राओं को आवासीय सुविधा मिल सकेगी. वर्तमान में बने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में करीब 150 छात्राएं अध्ययनरत हैं. अभी तक छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब नया छात्रावास बनने के बाद उनकी समस्या दूर हो जाएगी.

दरअसल, जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में बालिका शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए कोरूवा गांव में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया था. क्षेत्र में कई बालिकाएं परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कक्षा 5वीं तक की ही पढ़ाई कर पाती थीं. लिहाजा, साल 2004-5 में कांग्रेस सरकार ने जौनसार बावर में लगातार घटते बालिकाओं की शिक्षा के स्तर को ध्यान में रखते हुए कोरूवा गांव में एक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय को मंजूरी दी.

इस आवासीय विद्यालय में क्षेत्र की पांचवी के बाद स्कूल छोड़ चुकी 50 बालिकाओं की कक्षा 6 से 8वीं तक की पढ़ाई के लिए प्रवेश दिया गया था. जिन्हें विद्यालय में आवश्यक सुविधा से लेकर खाना, किताबें समेत अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं. इस विद्यालय के लिए कोरूवा के ग्रामीणों ने करीब 5 बीघा कृषि भूमि निशुल्क दान में दी थी. विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं की ओर से लगातार क्षेत्र का नाम रोशन करने के कारण ग्रामीणों ने विद्यालय को उच्चीकरण कराने की मांग की. जिस पर उत्तराखंड सरकार ने विद्यालय को उच्चीकृत कर कक्षा 6 से बारहवीं तक कर दिया है.

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कोरूवा में करीब 150 छात्राएं पठन पाठन कर रही हैं. छात्राओं की संख्या बढ़ने पर छात्रावास भवन की भी आवश्यकता महसूस की जा रही थी. जबकि, विद्यालय के छात्रावास की क्षमता महज 50 छात्रों की है. विद्यालय उच्चीकरण के बाद 150 बालिकाओं की निजी आवास में रखा गया है. इस पर सरकार ने बालिकाओं की सुविधा के लिए छात्रावास निर्माण को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए स्वीकृत किए. जिसके बाद चार मंजिला छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. छात्रावास का निर्माण होने से सभी छात्राएं एक छत के नीचे आ जाएंगी.

वहीं, कोरूवा के ग्रामीण वीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की स्वीकृति के बाद कक्षा 6 से 8वीं तक ही छात्राओं को प्रवेश दिया जाता था. ग्रामीणों की ओर से बार-बार सरकार से उच्चीकरण की मांग करने पर विद्यालय का उच्चीकृत किया गया. विद्यालय का नया भवन तैयार हो रहा है, जबकि गरीब छात्राओं को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने में काफी सुविधाएं मिल रही है. जौनसार बावर समेत क्षेत्र के गरीब छात्राएं इस विद्यालय में पठन-पाठन करने आती हैं. जिससे गरीब छात्राएं अपनी पढ़ाई जारी रख सकती हैं.

कालसी खंड शिक्षा अधिकारी भुनेश्वर प्रसाद ने कहा कि कालसी ब्लॉक में दो कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं. जिसमें एक कालसी में संचालित हो रहा है तो दूसरा विद्यालय कोरूवा गांव में संचालित हो रहा है. कोरूवा गांव के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में 150 छात्राएं पठन-पाठन कर रही हैं. पहले आवासीय विद्यालय में काफी समस्याएं थीं, अब वर्तमान में विद्यालय का नया भवन स्वीकृत हुआ है. जिसका कार्य चल रहा है. जिसमें सभी छात्राओं को आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी.
ये भी पढ़ेंः इस छात्रावास में बच्चियों को मिलता है घर जैसा प्यार

कोरूवा में सैकड़ों गरीब छात्राओं को मिलेगी हॉस्टल की सुविधा.

विकासनगरः कालसी विकासखंड के कोरूवा में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के उच्चीकरण के बाद नए छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. इससे विद्यालय में अध्ययनरत सभी छात्राओं को आवासीय सुविधा मिल सकेगी. वर्तमान में बने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में करीब 150 छात्राएं अध्ययनरत हैं. अभी तक छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब नया छात्रावास बनने के बाद उनकी समस्या दूर हो जाएगी.

दरअसल, जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में बालिका शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए कोरूवा गांव में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया था. क्षेत्र में कई बालिकाएं परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कक्षा 5वीं तक की ही पढ़ाई कर पाती थीं. लिहाजा, साल 2004-5 में कांग्रेस सरकार ने जौनसार बावर में लगातार घटते बालिकाओं की शिक्षा के स्तर को ध्यान में रखते हुए कोरूवा गांव में एक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय को मंजूरी दी.

इस आवासीय विद्यालय में क्षेत्र की पांचवी के बाद स्कूल छोड़ चुकी 50 बालिकाओं की कक्षा 6 से 8वीं तक की पढ़ाई के लिए प्रवेश दिया गया था. जिन्हें विद्यालय में आवश्यक सुविधा से लेकर खाना, किताबें समेत अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं. इस विद्यालय के लिए कोरूवा के ग्रामीणों ने करीब 5 बीघा कृषि भूमि निशुल्क दान में दी थी. विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं की ओर से लगातार क्षेत्र का नाम रोशन करने के कारण ग्रामीणों ने विद्यालय को उच्चीकरण कराने की मांग की. जिस पर उत्तराखंड सरकार ने विद्यालय को उच्चीकृत कर कक्षा 6 से बारहवीं तक कर दिया है.

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कोरूवा में करीब 150 छात्राएं पठन पाठन कर रही हैं. छात्राओं की संख्या बढ़ने पर छात्रावास भवन की भी आवश्यकता महसूस की जा रही थी. जबकि, विद्यालय के छात्रावास की क्षमता महज 50 छात्रों की है. विद्यालय उच्चीकरण के बाद 150 बालिकाओं की निजी आवास में रखा गया है. इस पर सरकार ने बालिकाओं की सुविधा के लिए छात्रावास निर्माण को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए स्वीकृत किए. जिसके बाद चार मंजिला छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. छात्रावास का निर्माण होने से सभी छात्राएं एक छत के नीचे आ जाएंगी.

वहीं, कोरूवा के ग्रामीण वीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की स्वीकृति के बाद कक्षा 6 से 8वीं तक ही छात्राओं को प्रवेश दिया जाता था. ग्रामीणों की ओर से बार-बार सरकार से उच्चीकरण की मांग करने पर विद्यालय का उच्चीकृत किया गया. विद्यालय का नया भवन तैयार हो रहा है, जबकि गरीब छात्राओं को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने में काफी सुविधाएं मिल रही है. जौनसार बावर समेत क्षेत्र के गरीब छात्राएं इस विद्यालय में पठन-पाठन करने आती हैं. जिससे गरीब छात्राएं अपनी पढ़ाई जारी रख सकती हैं.

कालसी खंड शिक्षा अधिकारी भुनेश्वर प्रसाद ने कहा कि कालसी ब्लॉक में दो कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं. जिसमें एक कालसी में संचालित हो रहा है तो दूसरा विद्यालय कोरूवा गांव में संचालित हो रहा है. कोरूवा गांव के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में 150 छात्राएं पठन-पाठन कर रही हैं. पहले आवासीय विद्यालय में काफी समस्याएं थीं, अब वर्तमान में विद्यालय का नया भवन स्वीकृत हुआ है. जिसका कार्य चल रहा है. जिसमें सभी छात्राओं को आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी.
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