देहरादून: उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए करीब डेढ़ साल बचा है. सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस मिशन-2022 की तैयारियों में जुट गई है. हालांकि, इन सबके बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कांग्रेस के बागी नेताओं की सशर्त माफी का राग छेड़कर सियासी तपिश को पहले ही बढ़ा चुके हैं.
उत्तराखंड में 2022 का चुनाव राजनीतिक रूप से बेहद दिलचस्प होने जा रहा है. इस बात के संकेत कांग्रेस उपनेता सदन करण मेहरा ने अपने बयान में दिया है. करण मेहरा ने दावा किया है कि कांग्रेस के बागी एक बार फिर घर वापसी पर विचार कर रहे हैं और यह कांग्रेस को बल देने जैसा है.
करण मेहरा का कहना है कि 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी में पड़ी दरार से बड़ा नुकसान हुआ था. लेकिन, 2022 का विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस उन्हीं बागी नेताओं को वापसी करवाकर पार्टी को फिर से मजबूत करने की तैयारी में है.
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दरअसल, उत्तराखंड कांग्रेस राजस्थान में सचिन पायलट की वापसी के बाद काफी उत्साहित है और उसी फॉर्मूले पर उत्तराखंड के बागियों को भी घर वापसी कराने पर जोर दे रही है. उपनेता सदन करण मेहरा के अनुसार हाईकमान स्तर पर उत्तराखंड में बागी कांग्रेसियों की घर वापसी को लेकर बातचीत हो रही है और बागी नेता भी कांग्रेस हाईकमान के संपर्क में हैं. करण मेहरा के मुताबिक राहुल गांधी की सक्रियता से पार्टी में जिस तरह से उत्साह आया है, उसके बाद अब आने वाले विधानसभा में कांग्रेस उत्तराखंड की सत्ता पर काबिज होने जा रही है.