देहरादून: पुलिस ने थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में बुटीक संचालिका कामना रोहिला की हत्या का खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक कामना की हत्या पति अशोक रोहिल्ला ने अवैध संबंध और प्रॉपर्टी के चलते अपने दोस्तों को सुपारी देकर कराई थी. वहीं, मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि, मास्टमाइंड अशोक रोहिल्ला गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती है.
बता दें कि, कामना नेहरू कॉलोनी के माता मंदिर रोड पर बुटीक चलाती थी, जबकि उसका पति अशोक उर्फ कपिल ट्रांसपोर्ट कारोबारी है. बीते 29 अगस्त की रात को कामना रोहिल्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि पति अशोक उर्फ कपिल रोहिल्ला के पेट में गोली लगी थी, जिसमें वो घायल हो गया था. इतना ही नहीं अशोक ने मामले में अपने रिश्तेदार रिंकू को आरोपी बनाया था. जिसके बाद से ही पुलिस रिंकू की तलाश में जुट गई थी.
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मामले की जांच करने पर खुलासा हुआ कि आरोपियों ने रिंकू उर्फ अजय वर्मा की बीते साल नवंबर में हत्या कर शव को राजस्थान के जंगल में फेंक दिया था. इसी कड़ी में पुलिस ने हत्या के आरोपी रिंकू के कत्ल में शामिल अशोक के दोस्त दीपक और कामना की हत्या करने वाले दीपक के भाई गौरव को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, एक आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों हत्याएं अशोक ने दो लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी.
जानिए क्या थी कामना की हत्या की वजह
पुलिस पूछताछ में दीपक ने बताया कि अशोक उसका बचपन का दोस्त था. 2009 में अशोक चकराता रोड स्थित एक पीसीओ और डीजे में एक युवती के साथ काम करता था, जिसके साथ उसके घनिष्ठ संबंध थे. कामना और अशोक की पहचान डीजे में काम करने वाली युवती ने कराई थी. धीरे-धीरे कामना और अशोक के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं. कुछ समय बाद अशोक ने कामना से कोर्ट मैरिज की और वर्ष 2014 में दोनों ने परिवार की सहमति से विवाह कर लिया.
लेकिन अशोक कामना के चरित्र पर शक करता था, जिस कारण दोनों में मनमुटाव व विवाद होता रहता था. अशोक और कामना ने कारोबार के लिये कई बैंकों से लोन के साथ ही बाजार से लगभग 60 से 70 लाख रुपये उधार लिया था. इस बीच कामना की आयुष नाम के एक व्यक्ति, जो फाइनेंसर का काम करता था, से जान पहचान हो गयी. आयुष के साथ नजदीकियां बढ़ने से उसका अक्सर कामना के घर आना जाना लगा रहता था.
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पुलिस ने बताया कि अशोक को जब मामले की जानकारी हुई तो उसने पत्नी को मारने का प्लान बनाया. अशोक का मानना था कि कामना को रास्ते से हटाने से एक तो उससे छुटकारा मिल जायेगा और बैंक व बाजार से लिया गया पैसा भी उसे मिल जायेगा.
रिंकू को बनाया ढाल
इसके लिये अशोक ने दीपक शर्मा को अपने बुआ के देवर के बेटे रिंकु के संबंध में बताया और योजना बनाई कि रिंकू को परिजनों ने घर से बेदखल कर दिया है. वह थाना डालनवाला में हत्या के अभियोग में जेल जा चुका है. यदि पहले उसकी हत्या कर दें, उसके बाद कामना की हत्या का इल्जाम रिंकू पर लगा दिया जाएगा.
2 लाख में तय हुआ था सौदा
वारदात को अंजाम देने के लिए दीपक से 2 लाख रुपए में सौदा तय हुआ. जिसमें 1 लाख रुपये उन्हें रिंकू की हत्या करने और शेष 1 लाख कामना की हत्या करने के बाद देने की बात हुई. योजना के तहत 3 नवम्बर 2018 को अशोक के जन्मदिन पर दीपक, गौरव व उसका दोस्त परवेज देहरादून पहुंचे. अशोक ने अपने जन्मदिन के बहाने रिंकू को अपने दोस्त के सहस्त्रधारा स्थित घर पर बुलाया और राजस्थान में नौकरी दिलाने की बात कहकर दीपक, गौरव व परवेज के साथ राजस्थान भेज दिया. जहां रिंकू की हत्या कर दी गई.
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वहीं योजना के तहत गौरव ने अपने साथी से अशोक को घटना में प्रयोग पिस्टल दिलवायी और 28 अगस्त 2019 की रात को कामना की हत्या करने का प्लान बनाया, लेकिन उसी दिन उसके घर पर कामना के परिचित लोगों के आने के कारण हत्या नहीं कर पाये और अगले दिन 29 की रात के समय जब कामना अपने बेड पर लेटी हुई थी तो कपिल के कहने पर गौरव ने कामना के सिर पर गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस को गुमराह करने के लिए अशोक के कहने पर उसके पेट में बांयी साइड से गोली मार दी.