देहरादूनः उत्तराखंड कैबिनेट मिनिस्टर सतपाल महाराज सहित पूरे परिवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से शासन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. सतपाल महाराज के कैबिनेट बैठक में शामिल होने के बाद जहां मुख्यमंत्री सहित पूरी कैबिनेट क्वारंटाइन हो चुकी है. वहीं, कैबिनेट बैठक में शामिल होने वाले उत्तराखंड पुलिस विभाग के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी संजय गुंज्याल ने भी एहतियातन खुद को सेल्फ क्वारंटाइन कर लिया है.
ऐसे में कोरोना संक्रमित पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के कैबिनेट बैठक (सचिवालय) के साथ ही विधानसभा व अपने आवास सहित अन्य स्थानों पर आने-जाने के दौरान उनके संपर्क में आने वाले तमाम अधिकारी-कर्मचारी और पत्रकारों की भी सूची बनाकर क्वारंटाइन करने की जानकारी सामने आ रही है.
कैबिनेट मिनिस्टर सतपाल महाराज पर कानूनी कार्रवाई न होने को लेकर भी पुलिस का जवाब सामने आया है. पुलिस मुख्यालय की ओर से बयान आया है कि प्रथम दृष्टया जवाबदेही स्वास्थ विभाग की बनती है. स्वास्थ्य विभाग ही यह तय कर सकता है कि किस व्यक्ति को विशेष क्वारंटाइन होना है या नहीं. इसके अलावा संक्रमण फैलाने जैसे मामलों पर भी स्वास्थ्य विभाग आरोप तय करता है.
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पुलिस की नहीं स्वास्थ्य विभाग की जवाबदेहीः डीजी
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि संदिग्ध परिस्थितियों में किसे क्वारंटाइन करना है, किसे नहीं. इसका फैसला स्वास्थ्य विभाग द्वारा तय किया जाता है. डीजी के मुताबिक, इसी तरह किसी पर मुकदमा दर्ज कराना भी संबंधित विभाग की जिम्मेदारी बनती है. किसी भी विषय में संबंधित लोगों की शिकायत के आधार पर ही पुलिस मुकदमा दर्ज करती है. डीजी ने कहा कि कैबिनेट बैठक में एक आईपीएस अधिकारी शामिल थे, उन्होंने खुद को एहतिहातन सेल्फ क्वारंटाइन कर लिया है.