देहरादून: 26 नवंबर को होने वाली देशव्यापी हड़ताल की तैयारी को लेकर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट के अध्यक्षता में कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में एक बैठक हुई, जिसमें केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ 26 नवंबर की हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया गया.
हीरा सिंह बिष्ट ने सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की जनविरोधी नीतियों के कारण किसान, मजदूर और श्रमिक त्रस्त हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सार्वजनिक उपक्रमों और लाभ के उद्योगों को बेच रही है. केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने रेलवे लाइन, एयरपोर्ट, डिफेंस कारखाने बेचने में लगी हुई है. इसके साथ ही ओएनजीसी के ट्यूबवेल बेच डाले तो वहीं बीएसएनएल का निजीकरण कर दिया.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने श्रम कानूनों में बदलाव कर दिया. मजदूरों और कर्मचारियों के हितों में 44 श्रम कानूनों को 4 कानूनों में समाहित कर दिया. यूनियन बनाने के सारे अधिकार ले लिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मजदूरों और कर्मचारियों का दमन की साजिश रच रही है. इतना ही नहीं सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण रोजगार में लगे 14 करोड़ से अधिक मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. मजदूरों, श्रमिकों और कर्मचारियों के दमन के खिलाफ सभी ट्रेड यूनियनें एक हो चुकी हैं.
इंटक के प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक इन सभी समस्याओं को लिपिबद्ध करते हुए यह तय किया गया है कि सभी ट्रेड यूनियनें मिलकर 26 तारीख की हड़ताल को सफल बनाएंगे. इससे पहले हड़ताल को सफल बनाने के लिए ट्रेड यूनियन से जुड़े ऑफिस और कारखानों में घूम कर हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया जाएगा. हड़ताल को सफल बनाने के लिए इंटक को डिफेंस, परिवहन, विद्युत विभाग, कारखानों के कर्मचारियों और श्रमिकों का समर्थन मिल रहा है.