मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस एकेडमी के आयुध स्कंध में आईजी पीएस पापटा की अध्यक्षता में रविवार सुबह पौधारोपण अभियान चलाया गया. इस दौरान अधिकारियों और जवानों ने करीब 1,000 पौधे लगाए. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल जहां दुर्गम क्षेत्रों में तैनात रहकर सीमा की सुरक्षा कर रहा है. वहीं, ऐसे इलाकों में हिमवीरों को भूस्खलन और एवलांच का सामना भी करना पड़ता है.
दरअसल, भूस्खलन और एवलांच से बचाव और पर्यावरण को बचाने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल समय-समय पर पौधारोपण अभियान चलाता रहता है. इसके साथ ही स्थानीय लोगों को भी पर्यावरण के महत्व से रूबरू किया जाता है. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल एकेडमी मसूरी में अपने स्थापना साल 1976 से ही पर्यावरण को संरक्षित करने में अहम योगदान देता रहा है. वहीं, हर साल की तरह इस बार भी इस प्रयोजन में पहले की तरह ही एकेडमी के सभी अधिकरियों और जवानों ने संस्थान के आयुध स्कंध में एकत्रित हो कर नाग मंदिर से राॅक एरिया के बीच विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए.
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इस अवसर पर आईपीएस पापटा, निदेशक एकेडमी की ओर से जवानों को बढ़ते वायु प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और भूस्खलन से बचाव से संबंधित वृक्षों के महत्व की जानकारी दी गई. पौधारोपण मुहिम के दौरान आयुध स्कंध में अधिकारियों और जवानों ने देवदार, मोरू, बांझ और फलदार वृक्षों के पौधे जैसे कचनार और चुलू (खुमानी) के करीब 1,000 से अधिक पौधे लगाए. इस दौरान सभी अधिकारियों और जवानों ने रोपे गए पौधों को सुरक्षित रखने और उनकी देखभाल करने की शपथ ली.