देहरादून: देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. उत्तराखंड राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना पीड़ित मरीजों की संख्या ने राज्य सरकार की नींद उड़ा दी है. उत्तराखंड राज्य में कोरोना पीड़ित मरीजों की संख्या एक हजार के पार पहुंच गई है. जिसमें से अभी तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, ICMR इस बात की पुष्टि कर रहा है कि उत्तराखंड राज्य में कोरोना वायरस से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. उधर, राज्य सरकार इन लोगों की मौत कोरोना वायरस से होने की बात को ही सिरे से नकार रही है.
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में कोरोना से संबंधित जितनी भी मौतें हुई हैं उन सभी से जुड़ी ये सूचना आई है कि उनमें किसी तरह की बीमारी थी, लेकिन वह कोरोना पॉजिटिव जरूर पाया गया था. जिन हॉस्पिटल्स में उनकी मौत हुई है, वहां डॉक्टरों की राय के अनुसार उनकी मौत बीमारी की वजह से हुई न कि कोरोना के कारण. इसलिए हेल्थ बुलेटिन में इनकी संख्या गिनी तो जा रही है लेकिन, उसमें स्टार (*) लगाकर स्पष्टीकरण भी दिया गया है.
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वहीं, मामले में मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि अधिकांश मामलों में देखा गया है कि जब किसी मरीज में कोई गंभीर बीमारी है और उस मरीज को कोरोना वायरस हो जाता है. ऐसे में अगर किसी मरीज की मौत हो जाती है तो डॉक्टर से पता लगाया जाता है कि उस मरीज की मौत का कारण कोरोना वायरस है या फिर अन्य कोई गंभीर बीमारी.
मुख्य सचिव ने बताया कि इसी तरह उत्तराखंड राज्य में भी अभी तक जितनी भी मौतें हुई हैं, उन सभी मरीजों का पोस्टमार्टम कराया गया. जिनमें पाया गया कि इन सभी मरीजों की मौत गंभीर बीमारी की वजह से हुई है, न कि कोरोना वायरस की वजह से.