देहरादून: दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. कोरोना वायरस को लेकर जिस हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा पर लोगों की उम्मीद थी, उसका उत्तराखंड में उत्पादन अब पूरी तरह से ठप हो गया है. उत्तराखंड में इस दवा को बनाने वाली तमाम कंपनियों में उत्पादन बंद कर दिया है. उत्तराखंड में कुल 220 कंपनियां हैं, जो कोरोना वायरस के चलते बेहद संसाधन में ही काम कर रही हैं. इनमें 60 कंपनियां ऐसी हैं, जिनको हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा बनाने की अनुमति दी गई है.
लेकिन उत्तराखंड में इस दवा को बनाने के लिए कच्चा माल ना मिलने से कंपनियों ने दवा का उत्पादन बंद कर दिया है. बता दें कि हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा के लिए कच्चा माल गुजरात और महाराष्ट्र से उत्तराखंड की कंपनियों तक पहुंचता था. जिसके बाद ही इस दवा का उत्पादन हो पाता था. लेकिन अब कच्चा माल नहीं मिलने के कारण कंपनियों ने दवा का उत्पादन बंद कर दिया है.
ये भी पढ़ें: चारधाम यात्रा: दूसरे राज्यों से एयरलिफ्ट होंगे मुख्य पुजारी? पढ़िए स्पेशल रिपोर्ट
क्या है हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन
भारतीय दवा कंपनियां बड़े स्तर पर हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन का उत्पादन करती हैं. मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन बेहद असरदार दवा है. भारत में हर साल बड़ी संख्या में लोग मलेरिया की चपेट में आते हैं, इसलिए भारतीय दवा कंपनियां बड़े स्तर पर इसका उत्पादन करती हैं.