ऋषिकेश: विश्व के लगभग सभी देश वर्तमान में कोरोना जैसी घातक महामारी से जूझ रहे हैं. वहीं भारत भी इस महामारी की चपेट में है. कोरोना वायरस के वैश्विक संकट को देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने अपना एक महीने का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते इस समय देश के सभी लोग आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. ऐसे में वो इस महामारी से बचाव और पीड़ितों का इलाज करने के लिए आर्थिक सहयोग दे रहे हैं. निशंक ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह आगे भी सहयोग करते रहेंगे. उन्होंने देशवासियों से अपील की है, कि भारत की आवाम को देश को कोरोना पर विजय पाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एकजुट होना चाहिए. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि सभी को इस आपात स्थिति में प्रधानमंत्री राहत कोष में आर्थिक सहयोग करना चाहिए.
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डॉ. निशंक ने देश के चिकित्सकों, पुलिस कर्मियों और सेनेटाइजेशन में लगे सफाई कर्मियों के कार्य की काफी प्रशंसा की. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस वक्त घरों में रहें. साथ ही उन्होंने ये भी अपील की है, कि लोग एक दूसरे से उचित दूरी बनाए रखें, क्योंकि इस घातक बीमारी से लड़ने का यही एक तरीका है. लोगों को जरूरत पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलना चाहिए. उन्होंने बताया कि सरकार सभी जरूरत के सामानों की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है, जिससे इस आपात स्थिति में देश के लोगों को कोई परेशानी न हो.