ETV Bharat / state

Uttarakhand Chardham Yatra के लिए तैयार सरकार, जोशीमठ में हाईवे पूरी तरह सुरक्षित

चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार और शासन पूरी तरह मुस्तैद है. गढ़वाल कमिश्नर ने बताया दरारों की घटनाओं के बाद भी जोशीमठ से गुजरने वाला हाईवे यात्रियों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है. साथ ही चार धाम यात्रा में लैंडस्लाइड जोन पर अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की जाएगी. जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो.

Uttarakhand Chardham Yatra
चारधाम यात्रा के लिए तैयार सरकार
author img

By

Published : Mar 2, 2023, 6:24 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत अप्रैल महीने से होने जा रही है. यात्रा को लेकर सरकार पिछले कई महीनों से तैयारियों में जुटी हुई है. इस बीच सरकार ने न केवल जोशीमठ में आ रही दरारों को देखते हुए इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के हालात का जायजा लिया है, वही लैंडस्लाइड की संभावनाओं को देखते हुए भी विशेष एहतियात बरतने के प्रयास किये हैं.

चारधाम यात्रा अप्रैल से आगामी 6 महीनों के दौरान सुरक्षित और यात्रियों के लिए सुविधाजनक हो, इसके लिए तैयारियों को मुकम्मल किया जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर गढ़वाल कमिश्नर और जिलाधिकारियों तक ने अपने स्तर पर तैयारियों का जायजा भी लिया है. इसी दिशा में पिछले दिनों गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने भी 31 मार्च तक चार धाम यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए थे. अप्रैल के तीसरे सप्ताह से यात्रा को शुरू किया जाना है, लिहाजा यात्रा में यात्रियों की सुविधाओं के साथ उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है.
पढ़ें- Uttarakhand Power Crisis: वादों और भाषणों में ही उत्तराखंड बना ऊर्जा प्रदेश? विजन की कमी से बिगड़े हालात

इस कड़ी में गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया लैंडस्लाइड क्षेत्रों को सुरक्षित रखने और यहां यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए जिला प्रशासन को विशेष व्यवस्थाएं करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा मानसून सीजन के दौरान लैंडस्लाइड की समस्याएं ज्यादा बढ़ जाती हैं, लिहाजा इस सीजन में अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती भी संवेदनशील क्षेत्रों में की जाएगी.
पढ़ें- Molestation Case: महिला कर्मचारी ने पूर्व प्रिंसिपल पर लगाया रेप का आरोप, बोलीं- छात्राओं से भी की छेड़छाड़

मौजूदा समय में जोशीमठ में आ रही दरारों का असर आसपास के हाईवे पर भी देखने को मिल रहा है. उस जगह पर सड़कों पर भी दरारें देखी हैं. ऐसी स्थिति में यह सड़कें हजारों और लाखों लोगों के यातायात के लिए कितना सुरक्षित हैं इस पर भी गढ़वाल कमिश्नर की तरफ से बीआरओ से रिपोर्ट मांगी गई थी. सुशील कुमार ने बताया बीआरओ ने स्पष्ट किया है कि बदरीनाथ जाने वाला हाईवे पूरी तरह से सुरक्षित है. यात्रियों की आवाजाही में कोई भी समस्या नहीं होगी. बीआरओ के इस दावे के बाद जोशीमठ के आसपास के हाईवे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कोई भी खतरा नहीं है यह स्पष्ट हो गया है.
पढ़ें- Dhami Cabinet Decision: सोलर पॉलिसी को मंजूरी, सरकारी जमीनों पर कब्जे को लेकर सब कमेटी गठित

फिलहाल चार धाम यात्रा तक जाने वाले हाईवे को पूरी तरह से बेहतर किया जा रहा है. इसके लिए सभी अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरे करने के लिए भी कह दिया गया है. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी निर्माण कार्य संपन्न करा लिए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत ना आये.

देहरादून: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत अप्रैल महीने से होने जा रही है. यात्रा को लेकर सरकार पिछले कई महीनों से तैयारियों में जुटी हुई है. इस बीच सरकार ने न केवल जोशीमठ में आ रही दरारों को देखते हुए इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के हालात का जायजा लिया है, वही लैंडस्लाइड की संभावनाओं को देखते हुए भी विशेष एहतियात बरतने के प्रयास किये हैं.

चारधाम यात्रा अप्रैल से आगामी 6 महीनों के दौरान सुरक्षित और यात्रियों के लिए सुविधाजनक हो, इसके लिए तैयारियों को मुकम्मल किया जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर गढ़वाल कमिश्नर और जिलाधिकारियों तक ने अपने स्तर पर तैयारियों का जायजा भी लिया है. इसी दिशा में पिछले दिनों गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने भी 31 मार्च तक चार धाम यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए थे. अप्रैल के तीसरे सप्ताह से यात्रा को शुरू किया जाना है, लिहाजा यात्रा में यात्रियों की सुविधाओं के साथ उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है.
पढ़ें- Uttarakhand Power Crisis: वादों और भाषणों में ही उत्तराखंड बना ऊर्जा प्रदेश? विजन की कमी से बिगड़े हालात

इस कड़ी में गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया लैंडस्लाइड क्षेत्रों को सुरक्षित रखने और यहां यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए जिला प्रशासन को विशेष व्यवस्थाएं करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा मानसून सीजन के दौरान लैंडस्लाइड की समस्याएं ज्यादा बढ़ जाती हैं, लिहाजा इस सीजन में अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती भी संवेदनशील क्षेत्रों में की जाएगी.
पढ़ें- Molestation Case: महिला कर्मचारी ने पूर्व प्रिंसिपल पर लगाया रेप का आरोप, बोलीं- छात्राओं से भी की छेड़छाड़

मौजूदा समय में जोशीमठ में आ रही दरारों का असर आसपास के हाईवे पर भी देखने को मिल रहा है. उस जगह पर सड़कों पर भी दरारें देखी हैं. ऐसी स्थिति में यह सड़कें हजारों और लाखों लोगों के यातायात के लिए कितना सुरक्षित हैं इस पर भी गढ़वाल कमिश्नर की तरफ से बीआरओ से रिपोर्ट मांगी गई थी. सुशील कुमार ने बताया बीआरओ ने स्पष्ट किया है कि बदरीनाथ जाने वाला हाईवे पूरी तरह से सुरक्षित है. यात्रियों की आवाजाही में कोई भी समस्या नहीं होगी. बीआरओ के इस दावे के बाद जोशीमठ के आसपास के हाईवे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कोई भी खतरा नहीं है यह स्पष्ट हो गया है.
पढ़ें- Dhami Cabinet Decision: सोलर पॉलिसी को मंजूरी, सरकारी जमीनों पर कब्जे को लेकर सब कमेटी गठित

फिलहाल चार धाम यात्रा तक जाने वाले हाईवे को पूरी तरह से बेहतर किया जा रहा है. इसके लिए सभी अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरे करने के लिए भी कह दिया गया है. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी निर्माण कार्य संपन्न करा लिए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत ना आये.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.