ETV Bharat / state

मथुरा की गौशाला का अध्ययन कर लौटी नगर निगम की टीम, अब ऐसे बनाएंगे हाईटेक गौशाला

हाईटेक गौशाला की बारीकियां सीखने के लिए नगर निगम के अधिकारियों की एक टीम मथुरा गई थी. मथुरा में गौशाला काफी अच्छे और हाईटेक बने हुए हैं. इसी तर्ज पर देहरादून में गौशाला बनाने का निर्णय लिया गया है.

गौैशाला
author img

By

Published : Aug 26, 2019, 11:18 PM IST

देहरादून: यूं तो मुख्यमंत्री प्रदेश भर में गौशालाओं की व्यवस्थाएं सुधारने और इनकी संख्या में इजाफा करने के लिए प्रयासरत है. राजधानी देहरादून में इसके लिए सबसे पहला प्रयास किया जा रहा है. देहरादून में हाईटेक गौशाला बनाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को मथुरा भी भेजा गया था, जिन्होंने मथुरा में गोसदन का बारिकियों को देखा. उसी के आधार पर अब देहरादून में बनने वाली हाईटेक गौशाल की डीपीआर तैयार की जाएगी.

मथुरा से लौटे मुख्य नगर आयुक्त विनय शकर पांडे ने बताया कि मथुरा में उन्होंने अधिकारियों के साथ वहां की गौशाला का निरक्षण किया, लेकिन देहरादून की गौशाला को मथुरा की तर्ज पर विकसित करने में कुछ समस्याएं आ रही हैं. सबसे बड़ी समस्या तो ये है कि देहरादून और मथुरा की परिस्थितियों में काफी अंतर है.

पढ़ें- हरिद्वार: गंगा में विसर्जित की गईं अरुण जेटली की अस्थियां, कई बड़ी हस्तियां रहीं मौजूद

इसके अलावा मथुरा में बनी गौशाला के सबसे अच्छी बात ये है कि उनके यहां बिना दूध देने वाले पशुओं के साथ दूध देने वाले पशु भी हैं. मथुरा नगर निगम दूध बेचकर उनसे अच्छा पैसा कमाता है, लेकिन देहरादून में ऐसा नहीं है. यहां डेयरी वाले उन ही पशुओं को सड़क पर छोड़ते है, जो दूध देने लायक नहीं होते हैं.

पढ़ें- हरदा बोले- तोड़ने की हो रही साजिश, पर कोई हमें तोड़ नहीं सकता

देहरादून नगर निगम की टीम ने मथुरा में चार गोसदन को बारीकी से देखा. शहर की परिस्थितियों के हिसाब के देहरादून की गौशाल में कुछ परिवर्तन करने पड़ेंगे. मथुरा में गौशाला कमर्सियल है, जहां सभी तरह के पशु रखे गए हैं. हालांकि देहरादून में स्थिति इससे बिल्कुल अलग है. यहां सड़कों पर आवारा घूमने वाले पशुओं को ही रखा जा रहा है. मथुरा में गौशालाओं को महौला काफी अच्छा है. इसलिए देहरादून नगर निगम में भी उसी हिसाब से अपनी गौशाल डेवलप करेगा. जल्द ही इसकी डीपीआर तैयार कर काम शुरू किया जाएगा.

देहरादून: यूं तो मुख्यमंत्री प्रदेश भर में गौशालाओं की व्यवस्थाएं सुधारने और इनकी संख्या में इजाफा करने के लिए प्रयासरत है. राजधानी देहरादून में इसके लिए सबसे पहला प्रयास किया जा रहा है. देहरादून में हाईटेक गौशाला बनाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को मथुरा भी भेजा गया था, जिन्होंने मथुरा में गोसदन का बारिकियों को देखा. उसी के आधार पर अब देहरादून में बनने वाली हाईटेक गौशाल की डीपीआर तैयार की जाएगी.

मथुरा से लौटे मुख्य नगर आयुक्त विनय शकर पांडे ने बताया कि मथुरा में उन्होंने अधिकारियों के साथ वहां की गौशाला का निरक्षण किया, लेकिन देहरादून की गौशाला को मथुरा की तर्ज पर विकसित करने में कुछ समस्याएं आ रही हैं. सबसे बड़ी समस्या तो ये है कि देहरादून और मथुरा की परिस्थितियों में काफी अंतर है.

पढ़ें- हरिद्वार: गंगा में विसर्जित की गईं अरुण जेटली की अस्थियां, कई बड़ी हस्तियां रहीं मौजूद

इसके अलावा मथुरा में बनी गौशाला के सबसे अच्छी बात ये है कि उनके यहां बिना दूध देने वाले पशुओं के साथ दूध देने वाले पशु भी हैं. मथुरा नगर निगम दूध बेचकर उनसे अच्छा पैसा कमाता है, लेकिन देहरादून में ऐसा नहीं है. यहां डेयरी वाले उन ही पशुओं को सड़क पर छोड़ते है, जो दूध देने लायक नहीं होते हैं.

पढ़ें- हरदा बोले- तोड़ने की हो रही साजिश, पर कोई हमें तोड़ नहीं सकता

देहरादून नगर निगम की टीम ने मथुरा में चार गोसदन को बारीकी से देखा. शहर की परिस्थितियों के हिसाब के देहरादून की गौशाल में कुछ परिवर्तन करने पड़ेंगे. मथुरा में गौशाला कमर्सियल है, जहां सभी तरह के पशु रखे गए हैं. हालांकि देहरादून में स्थिति इससे बिल्कुल अलग है. यहां सड़कों पर आवारा घूमने वाले पशुओं को ही रखा जा रहा है. मथुरा में गौशालाओं को महौला काफी अच्छा है. इसलिए देहरादून नगर निगम में भी उसी हिसाब से अपनी गौशाल डेवलप करेगा. जल्द ही इसकी डीपीआर तैयार कर काम शुरू किया जाएगा.

Intro:देहरादून में गोवंश संरक्षण पर नगर निगम गंभीर कदम उठाने जा रही है, निगम की पहल आवारा पशुओं को मथुरा की तर्ज पर आशियाना दिलाने की कवायद चल रही है!और इनके संवर्धन में बेहतर सुविधाएं जुटाने की भी नगर निगम द्वारा गोवंश पर सटीक रणनीति के तहत काम करने जा रही है जिससे देहरादून में आवारा पशुओं को बेहतर व्यवस्थाओं के साथ संरक्षित करने के लिए हाईटेक गौशालाओं को स्थापित किये जाने के प्रयास के चलते नगर निगम अधिकरियों ने 24 अगस्त को मथुरा में जाकर वहा की गौशाला की स्थिति की जानकारी हासिल करके डीपीआर तैयार कर देहरादून के सेलाकुई की गौशाला में काम शुरू कर दिया जायेगा! Body:यूं तो मुख्यमंत्री प्रदेश भर में गौशालाओं की व्यवस्थाएं सुधारने और इनकी संख्या में इजाफा करने के लिए प्रयासरत है लेकिन राजधानी देहरादून में इसके लिए सबसे पहला प्रयास किया जा रहा है।देहरादून में हाईटेक गौशाला बनाने के लिए अधिकारियों को मथुरा भी भेजा गया!और मथुरा में जाकर अधिकारियो ने वहा की गौशाला का निरक्षण किया जो की यहां की वहा की परिस्थिति और यहां की परिस्थिति में काफी अंतर देखने को मिला!मथुरा की गौशाला में दूध देने वाले पशु के साथ बिना दूध देने वाले पशु शामिल है जो की दूध देने वाले पशु का दूध बेचकर मथुरा नगर निगम अच्छे रुपए कमा रहे है!लेकिन देहरादून में जब पशु दुघ देना बंद कर देती है तो है तभी डेरी मालिक पशु को सड़को पर छोड़ देते है,जिस कारण यहाँ की गौशाला में सभी पशु बिना दूध दिए ही आते है!Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि मथुरा में हमने चार गो सदन देखे है और वहा की परिस्थिति के हिसाब से हमारे शहर की परिस्थिति के अनुसार हमे कुछ संसोधन करने पड़ेंगे,क्योंकि वहां जो हमने गौशाला देखी वह सब कॉमर्सियल है साथ ही गौशाला में हर तरह के पशु रखे गए हैं जो जानवर दूध दे रहे और जो नही दे रहे है उनको भी रखे गए है।हमारे यहां दिक्कत है कि नगर निगम की गौशाला में वो ही पशु आते है जो बिल्कुल दूध देना बंद कर देते है और उसके बाद सड़को पर आवारा छोड़ देते है।इसलिए मथुरा की ओर हमारी परिस्थितियों में फर्क है।लेकिन वहाँ की गौशाला का माहोल काफी अच्छा है,ओर उसके हिसाब से हम डवलप करने के लिए अभियंता खण्ड को बता दिया है और इसका एक डीपीआर तैयार होगा उसके बाद काम शुरू करेंगे।

बाइट-विनय शंकर पांडे(नगर आयुक्त)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.