मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी में मौसम ने करवट ली है. मसूरी में हल्की बारिश (rainfall in mussoorie) होने से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. जिससे ठंड में भारी इजाफा हुआ. ऐसे में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों को हो रही है. लोगों को ठंड से बचने के लिए अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है. ठंड के चलते शाम के समय माल रोड पर काफी कम पर्यटक नजर आए. अधिकांश पर्यटक होटलों में ही कैद हो गए. वहीं, ठंड से बचने के लिए चौराहों पर लोग आग सेंकते नजर आए.
बता दें कि उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई है. जिससे निचले इलाकों में ठंड में इजाफा हो गया है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के 13 जिलों में से 2 मैदानी जिलों को छोड़कर बाकी जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है. जबकि, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है. मसूरी की बात करें तो स्थानीय लोग और पर्यटक बर्फबारी के इंतजार में है. लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह से मसूरी और आसपास के क्षेत्रों में तापमान में गिरावट दर्ज हुई तो जल्द बर्फबारी (mussoorie snowfall forecast) हो सकती है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि मसूरी में बर्फबारी होने से पर्यटन में काफी इजाफा होता है. उनको उम्मीद है कि इस बार बर्फबारी जल्दी होगी. वहीं, उन्होंने प्रशासन और पुलिस से भी आग्रह किया कि पहले से ही बर्फबारी से होने वाली दिक्कतों को लेकर एक्शन प्लान तैयार कर लिया जाए. जिससे बर्फबारी में स्थानीय लोगों के साथ देश-विदेश से मसूरी आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो. वहीं, कुछ पर्यटक दुकानों में गर्म कपड़ों की खरीदारी करते हुए भी दिखाई दिए.
अलाव की व्यवस्था न होने पर नाराजगीः मसूरी नगर पालिका की ओर से मुख्य चौराहों पर अलाव की व्यवस्था न कराए जाने को लेकर भी लोगों में खासी नाराजगी है. उन्होंने कहा कि हर साल दिसंबर महीने में नगर पालिका की ओर से मसूरी के मुख्य चौकों पर लोगों को ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था कराई जाती थी, लेकिन अभी तक नगर पालिका प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है. उन्होंने पालिका प्रशासन से मांग की है कि जल्द मसूरी के मुख्य चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की जाए.