देहरादून: उत्तराखंड में मॉनसून की दस्तक के साथ ही डेंगू ने भी दस्तक हो गई है. हालांकि, डेंगू के नियंत्रण और रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. दरअसल, बीते दिन देहरादून में 6 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई. इसके बाद ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया है. साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को जिला स्तर पर डेंगू नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने अन्य संबंधित विभागों के साथ मिलकर प्रदेश भर में वृहद स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही अधिकारियों को अस्पतालों में आने वाले डेंगू मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की बात कही है. मंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि डेंगू के नियंत्रण और रोकथाम अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मॉनसून का सीजन शुरू हो गया है. ऐसे में डेंगू संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिसको देखते हुए सभी जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को डेंगू नियंत्रण और रोकथाम के लिए तमाम जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं. मुख्य रूप से देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार, पौड़ी और ऊधमसिंह नगर जिले में डेंगू का खतरा अधिक रहता है. इसके चलते इन जिलों में जनजागरूकता और बचाव के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं.
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साथ ही मंत्री रावत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. ऐसे में किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल अस्पतालों में जाकर जांच कराए. हालांकि, प्रदेश के राजकीय चिकित्सालयों में डेंगू की फ्री जांच की सुविधा उपलब्ध है. प्रदेश में डेंगू रोगियों के बेहतर उपचार के लिए प्रदेशभर की सभी राजकीय चिकित्सा इकाइयों में 1466 डेंगू आइसोलेशन बेड रिजर्व किए गए हैं. ऐसे में जरूरत पड़ने पर बेडों की संख्या को भी बढ़ाया जा सकता है. इसके अलावा डेंगू के गंभीर रोगियों के लिए ब्लड बैंकों में प्लेटलेट की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है.