देहरादून: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का बीएस नेगी राजकीय इंटर कॉलेज गुजराड़ा में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने शुभारंभ किया. इस मौके पर वर्चुअल माध्यम से जुड़े स्वास्थ्य मंत्री की मौजूदगी में विद्यालय के छात्र छात्राओं को पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल वहां मौजूद अतिथियों द्वारा खिलाई गई.
डॉक्टर धन सिंह रावत का कहना है कि समूचे राज्य में 17 अप्रैल को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और 20 अप्रैल को मॉप दिवस का आयोजन सभी 13 जिलों में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम 2023 चरण के दौरान राज्य के सभी लक्षित 1 वर्ष से लेकर 19 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल प्रशिक्षित शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा खिलाई जा रही हैं.
धन सिंह ने बताया कि 17 अप्रैल को किसी कारणवश कृमि नाशक दवा खाने से वंचित रह गए बच्चों को 20 अप्रैल के दिन कृमि नाशक दवा खिलाई जाएगी. इसके साथ ही निजी स्कूलों और संस्थानों व शहरी पीएचसी के तहत मलिन बस्तियों और क्षेत्रों में भी अभियान चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत का कहना है कि राज्य में अब तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के 13 चरणों का सफल आयोजन किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि पिछले चरण में अक्टूबर 2022 में 1 वर्ष से लेकर 19 वर्ष की आयु वर्ग के 34.27 लाख बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाई गई थी. धन सिंह ने कहा कि अब सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के शत-प्रतिशत बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाकर उनको कृमि मुक्त किया जाए.
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बता दें कि बच्चों में पेट के कीड़े मारने के लिए हर वर्ष की भांति इस बार भी कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि शत-प्रतिशत बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाकर उनको कृमि मुक्त किया जाए. इसके साथ ही स्वच्छ उत्तराखंड के निर्माण में एक और कदम आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जाए.