देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना (Uttarakhand Corona Case) के पिछले 15 दिनों में 1000 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. राज्य में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने कोविड की गाइडलाइन (Uttarakhand Corona Guideline) जारी कर दी है. इसके तहत राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर आईसीएमआर के जरूरी दिशा निर्देशों का करने से जुड़े निर्देश दिए गए हैं.
कोरोना संक्रमण के लिए अब स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की है. नेशनल हेल्थ मिशन के मिशन निदेशक डॉ. राजेश कुमार की तरफ से जारी गाइडलाइन में 5 सूत्रीय रणनीति जिसमें जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का अनुपालन करने से जुड़े आदेशों को सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. गाइडलाइन के अनुसार 9 बिंदुओं में दी गई जानकारी में एक तरफ आम लोगों से कोरोना संक्रमण के दौरान बरती जाने वाली एहतियात के बारे में कहा गया है. वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य महकमे द्वारा कोरोना आपातकाल की स्थिति में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बेड वेंटीलेटर, आईसीयू बेड समेत तमाम जरूरी उपकरणों को पर्याप्त संख्या में रखने के निर्देश दिए गए हैं.
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इसके अलावा कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के लिए भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं. इसमें स्वास्थ्य विभाग को ऐसे रोगियों को लेकर खास एहतियात बरतते हुए इनकी सूचना इंटीग्रेटेड हेल्थ इनफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म पर रखने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं संदिग्ध रोगियों की निगरानी के साथ ही उनकी जांच कराए जाने के लिए भी गाइडलाइन में कहा गया है.
कोविड गाइडलाइन:
- आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव के लिए कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार जैसे कि सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क पहनना एवं हाथों को Sanitize करने आदि के प्रति जागरूकता (संलग्न) हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए.
- भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाए. पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने हेतु जागरूकता की जाए.
- चिकित्सा इकाइयों में कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर आईसीयू बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. संबंधित चिकित्सा इकाइयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाए.
- दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाइयों में कोविड-19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाये एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा की निरन्तर निगरानी करते हुये समीक्षा की जाए. यह सुनिश्चित किया जाये कि कोविड- 19 संक्रमित रोगियों को ससमय पूर्ण उपचार प्राप्त हो.
- हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाये एवं निरंतर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये. ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाये.
- कोविड-19 जांच के लिए जाईसीएमआर, भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये. जनपद स्तर पर कोविड- 19 सैंपल जांच की दर को बढ़ाया जाये एवं जांच हेतु लिए गए कुल सैंपल में से अधिकतम सैंपल RTPCR जांच हेतु प्रेषित किये जाएं.
- चिकित्सालयों में आने वाले सभी Influenza like illness (ILI) / Severe Acute Respiratory illness ( SARI) के रोगियों की कोविड- 19 जांच की जाये एवं उक्त सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये.
- समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह कोविड-19 अथवा फीवर केस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां पर त्वरित जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्रवाई की जायें.
- कोविड- 19 जांच में RTPCR द्वारा पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल Whale Genome Sequence (WGS) जांच हेतु राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं WGS जांच हेतु प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट की जाये.