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रेवती रमन मौत मामलाः स्वास्थ्य महकमे ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही दे दी क्लीन चिट

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Published : Jul 29, 2019, 9:53 PM IST

दून मेडिकल कॉलेज में रेवती रमन के मौत के मामले में प्राचार्य डॉ. आशुतोष राना ने मामले पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि इलाज में डॉक्टरों की ओर से कोई गलती नहीं की गई थी, हालांकि उन्होंने जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार करने की बात कही.

doon medical college

देहरादूनः दून मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान युवक की मौत मामले पर जांच के आदेश दिए हैं. मामले में जांच समिति को परिजनों के आरोप के आधार पर गलत इलाज किए जाने की जांच रिपोर्ट पेश करनी है. जिसके लिए जांच समिति को तीन दिन का समय दिया गया है, लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही डॉक्टर्स को क्लीन चिट दे दी गई है. जिससे आने वाली रिपोर्ट को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

रेवती रमन मौत के मामले पर स्वास्थ्य महकमे ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही दी क्लीन चिट.

गौर हो कि शनिवार को दून मेडिकल कॉलेज में किशन नगर चौक निवासी एक युवक रेवती रमन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिस पर डॉक्टरों ने मौत की वजह क्रॉनिक एल्कोहलिक होना बताया था. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर गलत इलाज करने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं उन्होंने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ भी की. उधर, मामले में तोड़फोड़ को लेकर अस्पताल प्रशासन ने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है. जिसके बाद मृतक के परिजनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

ये भी पढ़ेंः विश्व बाघ दिवसः उत्तराखंड में बढ़े 102 बाघ, पीएम मोदी ने बताई ये बात

वहीं, मामला बढ़ता देख दून मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जांच के आदेश दिए थे, लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही सोमवार को दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष राना ने मामले पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि इलाज में डॉक्टरों की ओर से कोई गलती नहीं की गई थी, हालांकि उन्होंने जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार करने की बात कही.

देहरादूनः दून मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान युवक की मौत मामले पर जांच के आदेश दिए हैं. मामले में जांच समिति को परिजनों के आरोप के आधार पर गलत इलाज किए जाने की जांच रिपोर्ट पेश करनी है. जिसके लिए जांच समिति को तीन दिन का समय दिया गया है, लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही डॉक्टर्स को क्लीन चिट दे दी गई है. जिससे आने वाली रिपोर्ट को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

रेवती रमन मौत के मामले पर स्वास्थ्य महकमे ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही दी क्लीन चिट.

गौर हो कि शनिवार को दून मेडिकल कॉलेज में किशन नगर चौक निवासी एक युवक रेवती रमन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिस पर डॉक्टरों ने मौत की वजह क्रॉनिक एल्कोहलिक होना बताया था. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर गलत इलाज करने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं उन्होंने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ भी की. उधर, मामले में तोड़फोड़ को लेकर अस्पताल प्रशासन ने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है. जिसके बाद मृतक के परिजनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

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वहीं, मामला बढ़ता देख दून मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जांच के आदेश दिए थे, लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही सोमवार को दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष राना ने मामले पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि इलाज में डॉक्टरों की ओर से कोई गलती नहीं की गई थी, हालांकि उन्होंने जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार करने की बात कही.

Intro:Summary- स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी इलाज के दौरान मौत के मामले पर बिना जांच रिपोर्ट के ही क्लीन चिट दे देते हैं...इसे महकमे के अधिकारी का परम ज्ञान कहें या आरोपी डॉक्टर्स को बचाने का पूर्वाग्रह....


दून हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत के मामले पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने जांच के आदेश तो दे दिए हैं लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही डॉक्टर्स को क्लीन चिट देकर उन्होंने आने वाली रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।




Body:दून अस्पताल में इलाज के दौरान किशन नगर चौक निवासी रेवती रमन की मौत मामले पर जांच के आदेश दिए गए हैं... मामले में जांच समिति को परिजनों के आरोप के आधार पर गलत इलाज किए जाने को लेकर अपनी रिपोर्ट देनी है। हालांकि जांच समिति को 3 दिन का समय जांच रिपोर्ट के लिए दिया गया है लेकिन इससे पहले ही दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने आरोपी डॉक्टर्स को क्लीन चिट दे दी है। आपको बता दें कि 2 दिन पहले ही दूर अस्पताल में रेवती रमन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी जिसके बाद डॉक्टर्स ने मौत की वजह क्रॉनिक एल्कोहलिक होना बताया था.. जिस पर परिजनों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए गलत इलाज करने का आरोप लगाकर अस्पताल में तोड़फोड़ की थी। मामले में तोड़फोड़ को लेकर अस्पताल प्रशासन की तरफ से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिसके बाद मृतक के परिजनों को गिरफ्तार किया गया था।  लेकिन मामले को बढ़ता देख दून मेडिकल कॉलेज ने मामले में डॉ की भूमिका को लेकर जांच के आदेश दिए थे। खास बात यह है कि जांच रिपोर्ट आने से पहले ही आज दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष राना ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि डॉक्टर द्वारा इलाज मैं कोई गलती नहीं की गई थी। हालांकि उन्होंने जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार करने की भी बात कही।


बाईट-डॉ आशुतोष सयाना प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज


मामले में खास बात यह भी है कि परिजनों के आक्रोश और मौत पर विरोध की जानकारी लगने के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए और जिसके कारण परिजनों को एक बार फिर अस्पताल में तोड़फोड़ करने का मौका मिला था। हालांकि समिति द्वारा जांच के बाद रिपोर्ट का फिलहाल इंतजार किया जा रहा है। 




Conclusion:दूर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत पर भले ही जांच जारी हो लेकिन दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य का पहले ही आरोपी डॉक्टर को क्लीन चिट देना बेहद आपत्तिभरा है। यही नहीं इस कारण भविष्य में जांच रिपोर्ट पर भी सवाल उठ सकते हैं।
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