देहरादून: उत्तराखंड का स्वास्थ्य महकमा कोरोना वायरस को लेकर पूरी तरह से सर्तक है. भारत सरकार की गाइडलाइन आने के बाद दून मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं. वहीं स्वास्थ विभाग द्वारा कोरोना वायरस को लेकर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को विस्तार से जानकारी भी दी जा रही है.
उत्तराखंड में कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार की गाइडलाइन आने के बाद उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी दून मेडिकल कॉलेज में विशेष परिस्थितियों को छोड़कर सभी पैरामेडिकल स्टाफ और कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं.
उत्तराखंड में अभी तक किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं, लेकिन एहतियातन सरकारी अस्पतालों की ओर से कोरोना वायरस को लेकर हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं.
उत्तराखंड के बॉर्डर के लगते जिलों पर आने जाने वाले लोगों में बुखार और कफ के लक्षण पाए जाने के बाद उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि मरीज को आइसोलेट किया जा सके.
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वहीं गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय और जिला अस्पतालों के माध्यम से कोरोना वायरस के बारे में विस्तार से जानकारी ली जा रही है. इस वायरस के मरीजों के लिए दून मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड बनाकर 10 बेड रिजर्व कर दिए गए हैं.
साथ ही चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए 2,000 मास्क का ऑर्डर अस्पताल प्रबंधन की ओर से दिया गया है. दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर खत्री के मुताबिक दून मेडिकल कॉलेज हर परिस्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है.