देहरादून: उत्तराखंड में बारिश के साथ ही डेंगू का खतरा भी बढ़ने लगा है. वहीं, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच डेंगू की दस्तक की संभावनाओं ने एक बार फिर महकमे में सक्रियता को बढ़ा दिया है. इसी कड़ी में देहरादून में खासतौर पर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट मोड में आते हुए सर्वे करना शुरू कर दिया है. लिहाजा, विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे करते हुए लोगों को जागरूक कर रही है. इतना ही नहीं ब्लड बैंक को भी पर्याप्त मात्रा में ब्लड की उपलब्धता के निर्देश दिये गए हैं.
बता दें कि राजधानी देहरादून के लिए डेंगू हर साल एक बड़ी समस्या बनता है और पिछले कुछ सालों में तो डेंगू के विकराल रूप ने स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानियां भी बढ़ाई थी. साल 2019 में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 4000 के पार हो गया था, जिसमें अकेले दो हजार से ज्यादा डेंगू के मरीज देहरादून में मिले थे.
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वहीं, मॉनसून आने के बाद राजधानी देहरादून में डेंगू के खतरे को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में दिखाई दे रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न अधिकारियों और कर्मचारियों को डेंगू को लेकर जागरूकता अभियान चलाने और विभिन्न क्षेत्रों का सर्वे करने की भी जिम्मेदारी दे दी है. खास बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को अपने सर्वे के दौरान कई जगह पर डेंगू का लार्वा भी मिला है.
पिछले 24 घंटों में करीब 70 घरों में किए गए सर्वे में 7 घरों में डेंगू के लार्वा की पुष्टि हुई है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान को और भी तेज कर दिया है. सर्वे अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पतालों से लेकर विभिन्न सरकारी कार्यालयों में भी पहुंच रही है.
उधर, डेंगू को लेकर तैयारियों को देखते हुए ब्लड बैंकों में भी ब्लड और प्लेटलेट्स की उपलब्धता बेहतर रहे इसके प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसी स्थिति को देखते हुए रक्तदान करने के लिए लोगों को ज्यादा ज्यादा जागरूक करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि, अभी राजधानी देहरादून में डेंगू के मामले सामने नहीं आए हैं लेकिन मॉनसून आने के साथ ही महकमा पूर्व तैयारियों में जुट गया है.
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वहीं, जिलाधिकारी ने आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ जनपद में डेंगू और कोरोना आदि रोग के उपचार के लिए अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा बैठक ली. इस बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सा अधिकारियों को कडे़ निर्देश दिए हुए कहा कि अपने-अपने अस्पतालों में रोगियों के उपचार संबंधी किसी भी प्रकार की शिकायत न आयें, इस बात को गम्भीरता से लेंगे।सुविधा मुहैया कराने में कोई समस्या आती है तो तत्काल वार्ता कर निस्तारण करेंगे.
बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने-अपने अस्पतालों में संभावित रोग के मद्देनजर इलाज के लिए सुविधाओं की तैयारी करेंगे. अस्पताल में मौजूद सुविधा की फारमेट में रिर्पोट बनाकर देनी होगी. सभी चिकित्सा अधिकारी से अपने-अपने अस्पतालों की वार्ड, बेड की उपलब्धता के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि अस्पतालों में सफाई से लेकर मरीजों के इलाज के लिए सभी सुविधाएं की उपलब्धता बनाए रखेंगे. किसी भी अस्पताल में इलाज से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए इस बात को गम्भीरता से लेगें.
जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए तैयारी की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. ऋषिकेश अस्पताल में उपलब्ध व्यवस्था पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित चिकित्सा अधिकारी को लापरवाही न बरतने की कड़ी हिदायत दी गई है. सीएमएस अस्पताल कोरोनेशन को अस्पताल में तैनात स्टाफ के साथ बैठक कराने को कहा गया है.