देहरादून: राजधानी में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी देहरादून में डेंगू के अब तक 81 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम को लेकर तमाम कोशिशों में जुटा हुआ है.
नगर निगम ने जुलाई से अब तक घरों की लगातार चेकिंग कर डेंगू के प्रति लापरवाही बरतने वाले लोगों के चालान काटे गए. जिसमें करीब डेढ़ लाख रुपए की वसूली की गई है. देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में डेंगू के मरीज इलाज के लिए देहरादून के अस्पतालों में आ रहे हैं,जो गिनती में नहीं हैं. स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के लिए टीमें गठित की हैं. ये टीमें डेंगू की रोकथाम को लेकर लगातार घर-घर जाकर सोर्स रिडक्शन का कार्य कर रही हैं. साथ ही घरों में पानी को इकट्ठा नहीं होने दे रहीं हैं.
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इसके अलावा डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग अभियान चलाने के साथ छिड़काव किया जा रहा है. इसके साथ ही नगर निगम की टीमें घरों में वॉटर लॉगिंग और गंदगी को लेकर भी चालान काट रही है.
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बता दें कि एडीस प्रजाति का मच्छर डेंगू वायरस का कारण होता है. यह मच्छर प्रायः घरों के आसपास ठहरे हुए स्वच्छ पानी में पनपते हैं. ये दिन के समय काटता है. इन मच्छरों में डेंगू वायरस का संक्रमण 3 सप्ताह तक रहता है. डेंगू के प्रमुख लक्षणों में अकस्मात तेज सिर दर्द और बुखार होना, आंखों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी होना शामिल है.