देहरादून: गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर सूबे की राजनीति गरमाने लगी है. ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने गन्ना के बकाया भुगतान समेत किसानों को कई मांगों को लेकर पांच दिसंबर को विधानसभा के सामने धरना देंगे. इस दौरान हरीश रावत के धरने में हरिद्वार और रुड़की से प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि किसानों के समर्थन में दिए जाने वाले धरने और उपवास की तारीख खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तय की है.
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उत्तराखंड किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील राठी ने बताया कि पांच दिसंबर को हरीश रावत विधासनभा के सामने किसानों को मांग को लेकर धरना देंगे. इस धरने में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत पार्टी के कई पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जा रहा है.
राठी ने बताया कि दो साल से गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हुआ है. सत्ता में आने से पहले बीजेपी ने वादा किया था कि किसानों के कर्ज माफ कर दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बीजेपी ने किसी भी किसान का कर्जा माफ नहीं किया.
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बीजेपी सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुना करने की भी वादा किया था, लेकिन उस दिशा में भी कुछ नहीं हुआ. खाद के मूल्य बढ़ते जा रहे हैं. यह सरकार जनविरोधी है और किसानों का शोषण करने में लगी हुई है. इसलिए प्रदेश के किसान विधानसभा सत्र के दौरान एक विशाल धरना देने की तैयारी कर चुके हैं. बता दें कि इससे पहले हरीश रावत चार दिसंबर को टीएचडीसी के विनिवेश के खिलाफ टिहरी में धरना देने जा रहे हैं.