देहरादून: कर्मकार कल्याण बोर्ड को लेकर सरकार ने जिस तरह से विभिन्न योजनाओं में गड़बड़ी की जांच पर सख्ती जताई है, उससे सरकार के ही मंत्री हरक सिंह रावत पर ही उंगली उठने लगी है. अब भाजपा संगठन ने भी इस मामले पर दो टूक जांच की जरूरत मानते हुए पारदर्शी जांच की बात कही है.
त्रिवेंद्र सरकार ही नहीं बल्कि अब भाजपा संगठन भी कर्मकार कल्याण बोर्ड में हुई गड़बड़ी मामले की जांच के में दिखाई दे रहा है. बड़ी बात यह है कि त्रिवेंद्र सरकार के ही मंत्री हरक सिंह रावत पर इस जांच के बाद सवाल खड़े होने लगे हैं. बावजूद इसके सरकार जांच करवाने में पीछे नहीं हट रही है. अब भाजपा संगठन ने भी साफ कर दिया है कि कर्मकार कल्याण बोर्ड में मुख्यमंत्री की तरफ से जांच कराने का निर्णय बिल्कुल सही है. इस मामले में कोई भी बचना नहीं चाहिए.
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बता दें कि कर्मकार कल्याण बोर्ड में फिलहाल एजी की जांच चल रही है. इसके बाद स्पेशल ऑडिट कराने पर भी विचार किया जा रहा है. यह सब तब हुआ है जब हरक सिंह रावत को इस बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाकर उनके करीबियों को भी बोर्ड से रुखसत किया गया है. जांच को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी हरक सिंह रावत मिल चुके हैं, लेकिन इस जांच के मामले में न तो हरक सिंह रावत को सरकार का साथ मिल रहा है और न ही संगठन का.
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साफ है कि सरकार अपने ही मंत्री की खराब हो रही छवि को लेकर खास चिंतित नहीं है. संगठन भी इस मामले में जांच के पक्ष में खड़ा होकर साफ संदेश देना चाह रहा है. भाजपा उपाध्यक्ष खजान दास की माने तो मुख्यमंत्री ने जांच कराने का जो निर्णय लिया था, वह बोर्ड की स्थिति को लेकर लिया गया था. इसमें जो भी गड़बड़ी हुई है उस पर कोई भी नहीं बचेगा.