देहरादून: चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन आज हनुमान जयंती मनाई जा रही है. इस बार हनुमान जयंती पर कई विशेष संयोग बन रहे हैं. ग्रहों की बात करें तो इस साल शनि हनुमान जयंती पर मकर राशि में रहेगा. सूर्य, बुध और शुक्र का योग मेष राशि बना हुआ है.
राहु वृषभ में और केतु वृश्चिक राशि में रहेंगे. इस प्रकार ग्रहों के इस उत्तम योग के कारण ही हनुमान जयंती का पर्व बहुत पुण्यदायी है. सबसे विशेष बात ये है कि हनुमान जयंती पर ही आज मंगलवार है. मंगलवार का दिन हनुमान जी का ही माना जाता है.
हनुमान जयंती 2021 पूजा का मुहूर्त
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 26 अप्रैल 2021 की दोपहर 12 बजकर 44 मिनट से
- पूर्णिमा तिथि का समापन- 27 अप्रैल 2021 की रात्रि 9 बजकर 01 मिनट पर
हनुमान जयंती पर पूजा का विशेष महत्व
हनुमान जयंती पर बजरंगबली की विधिवत पूजा-अराधना के साथ चोला चढ़ाने का विधान है. हनुमान जी के भक्त तेल और सिंदूर भी चढ़ाते हैं. मान्यता है कि आज के दिन हनुमान जी की भक्तिभाव से पूजा करने पर अशुभ ग्रह भी शुभफल देने लगते हैं.
हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और हनुमान बाहुक का पाठ करने से जन्म कुंडली के अकाल मृत्यु योग भी नष्ट हो जाते हैं. ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी की अराधना से अशुभ ग्रह भी शुभ फल देने को विवश हो जाते हैं.
हनुमान जयंती पर ऐसे करें पूजा-पाठ
हनुमान जी को लाल कपड़ा विशेष प्रिय है. इसलिए उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी पर लाल कपड़ा रखें. हनुमान जी के साथ श्रीराम जी के चित्र की स्थापना करें. हनुमान जी को लाल और राम जी को पीले फूल अर्पित करें. लड्डुओं के साथ-साथ तुलसी दल भी अर्पित करें. पहले श्री राम के मंत्र 'राम रामाय नमः' का जाप करें.
फिर हनुमान जी के मंत्र 'ॐ हं हनुमते नमः' का जाप करें. इसके अलावा हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए तिल के तेल में नारंगी सिंदूर घोलकर चढ़ाएं. हनुमान जी के लिए जो भी प्रसाद तैयार करें वो स्नान करके पूरी शुद्धता से बनाएं.