देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड की भूमिका में नजर आने वाले हाकम सिंह की आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं. सचिवालय रक्षक दल भर्ती मामले (secretariat guard team recruitment case) में एसटीएफ की प्रारंभिक जांच के बाद रायपुर थाने में गुरुवार देर शाम मुकदमा (Case registered against Hakam Singh) दर्ज किया है. जिसमें हाकम सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है.
बता दें कि, UKSSSC पेपर लीक मामले के साथ-साथ पिछले दिनों सचिवालय रक्षक दल और कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियल) के अलावा 2020 में आयोजित फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है.
पढे़ं- UKSSSC पेपर लीक मामले में पंतनगर विवि का रिटायर AEO अरेस्ट, आरोपियों की संपत्तियां होंगी नीलाम
चार्जशीट दाखिल होते ही गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति जब्त की कार्रवाई प्रारंभ होगी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश के बाद पेपर लीक गिरोह से जुड़े मुख्य अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी और उनकी संपत्ति भी जब्त होगी. इसके लिए एसटीएफ चार्जशीट दाखिल करने के बाद हाकम सिंह सहित मुख्य आरोपियों की अवैध रूप से अर्जित की गई चल-अचल संपत्ति का आकलन करने के बाद जब्ती करेगी.
मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (Director General of Police Ashok Kumar) ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन्होंने पहले ही इस बात के साफ संकेत दे दिए थे कि पेपर लीक मामले से जुड़े मुख्य आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति जब्त की जाएगी. ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा इस कार्रवाई पर मुहर लगते ही आगामी दिनों में इस पूरे प्रकरण पर चार्जशीट दाखिल होते ही पेपर लीक और अन्य भर्ती घोटाले से जुड़े मुख्य आरोपियों की अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्तियों का आकलन कर कानूनी प्रक्रिया के चल अचल संपत्ति जब करने की कार्रवाई सिलसिलेवार सुनिश्चित की जाएगी.