ETV Bharat / state

अंतरराष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित होगी चौरासी कुटिया, कवायद तेज

राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत करीब 15 एकड़ परिक्षेत्र में चौरासी कुटिया फैली है. इस शंकराचार्य नगर की स्थापना 60 के दशक में महर्षि महेश योगी ने की थी. अब सरकार इसे अंतरराष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित करने जा रही है.

chaurasi kutiya
चौरासी कुटिया
author img

By

Published : Jul 4, 2020, 3:41 PM IST

ऋषिकेशः तीर्थ नगरी के स्वर्गाश्रम स्थित चौरासी कुटिया को जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकती है. इसके लिए राज्य सरकार महर्षि महेश योगी के शंकराचार्य नगर आश्रम की पौराणिकता की महत्व को समझते हुए अंतरराष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित करने की कवायद में जुट गई है.

दरअसल, सरकार स्वर्गाश्रम स्थित चौरासी कुटिया के नाम से विख्यात आश्रम में संगीत, धर्म, आस्था, वाइल्ड लाइफ और योग के संगम पर आधरित थीम को विकसित करने जा रही है. सरकार ने आश्रम के ऐतिहासिक महत्व से छेड़छाड़ किए बगैर ही नए स्वरूप में दुनिया के सामने रखने के लिए बकायदा विदेशी कंसलटेंट एजेंसी को हायर करने की तैयार भी कर ली है, जिसकी जिम्मेदारी प्रमुख सचिव आनंद वर्धन को दी गई है.

चौरासी कुटिया अंतरराष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित होगी.

ये भी पढ़ेंः राजकीय प्रजनन उद्यान केंद्र बनने से काश्तकार होंगे आत्मनिर्भर, बागवानी के सीख रहे गुर

बता दें कि, राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत करीब 15 एकड़ परिक्षेत्र में चौरासी कुटिया फैली है. इस शंकराचार्य नगर की स्थापना 60 के दशक में महर्षि महेश योगी ने की थी. बेजोड़ वास्तुकला का नमूना पेश करने वाली यह कुटिया देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करती है.

विश्वविख्यात म्यूजिकल ग्रुप बीटल्स के चार सदस्य जॉन लीनोन, पॉल नकार्टनी, जॉर्ज टेरिसन और ङ्क्षरगो स्टार 50 साल पहले 16 फरवरी को यहां आए थे. करीब एक साल आश्रम में रहकर इन सितारों ने महर्षि महेश योगी से दीक्षा ली. साल 1983 में चौरासी कुटी को राजाजी नेशनल पार्क में शामिल कर लिया गया और इसी के साथ यहां पर्यटक गतिविधियों को सीमित कर दिया गया.

ऋषिकेशः तीर्थ नगरी के स्वर्गाश्रम स्थित चौरासी कुटिया को जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकती है. इसके लिए राज्य सरकार महर्षि महेश योगी के शंकराचार्य नगर आश्रम की पौराणिकता की महत्व को समझते हुए अंतरराष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित करने की कवायद में जुट गई है.

दरअसल, सरकार स्वर्गाश्रम स्थित चौरासी कुटिया के नाम से विख्यात आश्रम में संगीत, धर्म, आस्था, वाइल्ड लाइफ और योग के संगम पर आधरित थीम को विकसित करने जा रही है. सरकार ने आश्रम के ऐतिहासिक महत्व से छेड़छाड़ किए बगैर ही नए स्वरूप में दुनिया के सामने रखने के लिए बकायदा विदेशी कंसलटेंट एजेंसी को हायर करने की तैयार भी कर ली है, जिसकी जिम्मेदारी प्रमुख सचिव आनंद वर्धन को दी गई है.

चौरासी कुटिया अंतरराष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित होगी.

ये भी पढ़ेंः राजकीय प्रजनन उद्यान केंद्र बनने से काश्तकार होंगे आत्मनिर्भर, बागवानी के सीख रहे गुर

बता दें कि, राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत करीब 15 एकड़ परिक्षेत्र में चौरासी कुटिया फैली है. इस शंकराचार्य नगर की स्थापना 60 के दशक में महर्षि महेश योगी ने की थी. बेजोड़ वास्तुकला का नमूना पेश करने वाली यह कुटिया देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करती है.

विश्वविख्यात म्यूजिकल ग्रुप बीटल्स के चार सदस्य जॉन लीनोन, पॉल नकार्टनी, जॉर्ज टेरिसन और ङ्क्षरगो स्टार 50 साल पहले 16 फरवरी को यहां आए थे. करीब एक साल आश्रम में रहकर इन सितारों ने महर्षि महेश योगी से दीक्षा ली. साल 1983 में चौरासी कुटी को राजाजी नेशनल पार्क में शामिल कर लिया गया और इसी के साथ यहां पर्यटक गतिविधियों को सीमित कर दिया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.