देहरादून: प्रदेश में स्थायी राजधानी की मांग लंबे समय से उठती रही है. गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की मांग के आंदोलन को 16 सितंबर को एक साल पूरा होने जा रहा है. 1 साल पूरा होने के अवसर पर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान संगठन द्वारा बैठक का आयोजन किया जाएगा. बैठक में स्थाई राजधानी गैरसैंण में बने विधानसभा भवन से ही राज्य की व्यवस्था के संचालन करने पर चर्चा की जाएगी. साथ ही आंदोलनकारियों का कहना है कि पारंपरिक वाद्य यंत्रों से जागरण कर सरकार को जगाने का काम किया जाएगा.
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आंदोलनकारी लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल ने कहा कि आगामी 16 तारीख को धरने को 1 साल पूरा हो रहा है. बीते 17 सितंबर 2018 से गैरसैण को राजधानी बनाने की मांग को लेकर उनका धरना जारी रहेगा.
उन्होंने कहा किआगामी 16 सितंबर यानी कल को यहां डोर-थकुली और जागरण लगाकर सोई हुई सरकार को जगाने का काम करेंगी. उन्होंने बताया कि पहाड़ों में जागर तब लगाए जाते हैं जब कोई आत्मा सो जाती है.वहीं वाद्य यंत्रों के माध्यम से इस सोई हुई सरकार को जगाने का काम किया जाएगा.
वहीं, मनोज ध्यानी का कहना है कि गैरसैंण स्थायी राजधानी की मांग को सरकारें नहीं सुन रही है इसलिए धरने का सहारा लिया जा रहा है. सरकार से आंदोलनकारियों को कोई बेहद बड़ी अपेक्षाएं इस रूप में नहीं है कि सरकार उनकी मांगों को त्वरित मान लेगी. इसलिए दीर्घकालीन आंदोलन चलाने के लिए सभी पूरी तरह से तैयार हैं.
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इसी परिपेक्ष में 25 सितंबर से गैरसैंण में अनशन प्रारंभ किया जा रहा है जो 2 अक्टूबर तक चलेगा. जिसमें सभी आंदोलनकारी भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि युवा जन संगठनों के लोग गैरसैंण के पक्ष में लामबंद होते जा रहे हैं. साथ ही चलाए जा रहे आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे.
दरअसल धरना स्थल पर राजधानी निर्माण अभियान संगठन से जुड़े लोग अपनी मांगों को लेकर 17 सितंबर 2018 से लेकर धरने पर बैठे हुए हैं.