ETV Bharat / state

गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा करते ही सदन में भावुक हुए सीएम, बोले- मैंने वादा किया पूरा - उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी

त्रिवेंद्र सरकार
त्रिवेंद्र सरकार
author img

By

Published : Mar 4, 2020, 5:53 PM IST

Updated : Mar 4, 2020, 7:58 PM IST

17:50 March 04

सीएम ने ट्वीट कर जताई खुशी

गैरसैंण को बनाया ग्रीष्मकालीन राजधानी.

गैरसैंण: त्रिवेंद्र सरकार ने बुधवार को गैरसैंण में इतिहास रच दिया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बजट सत्र में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की. लंबे समय से पहाड़ के लोग गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग कर रहे थे, जो आज पूरी हो गई.  

भराडीसैंण में मीडिया से बात करते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि उनकी सरकार गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी के रुप में समर्पित करती है. गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन बनाने के श्रेय राज्य के शहीद आंदोलनकारियों और उन माताओं-बहनों को दिया जाता है, जिन्होंने इस प्रदेश को बनाने के लिए प्रताड़ना सही है.  

पढ़ें- सीएम त्रिवेंद्र ने पेश किया 53526.97 करोड़ रुपए का बजट

सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि वे उत्तराखंड राज्य निर्माण की पहली बैठक से जुड़े रहे हैं. राज्य निर्माण के पीछे लोगों की भावना थी कि विकास दुरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचे जो लखनऊ से नहीं पहुंचता था. इसीलिए अलग राज्य की मांग उठी थी. 

उत्तराखंड सीमांत राज्य है, जो सामरिक दृष्टि के काफी महत्वपूर्ण है. एक समय कहावत थी कि पहाड़ का पानी और जवानी यहां के काम नहीं आती है. आज उत्तराखंड सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को जो निर्णय लिया है ये उन्हीं भावनाओं और चिंतन का परिणाम है. ये एतिहासिक और गर्व का मौका भी है. आज तमाम जनभावनाओं को सम्मान हुआ है.  

17:50 March 04

सीएम ने ट्वीट कर जताई खुशी

गैरसैंण को बनाया ग्रीष्मकालीन राजधानी.

गैरसैंण: त्रिवेंद्र सरकार ने बुधवार को गैरसैंण में इतिहास रच दिया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बजट सत्र में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की. लंबे समय से पहाड़ के लोग गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग कर रहे थे, जो आज पूरी हो गई.  

भराडीसैंण में मीडिया से बात करते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि उनकी सरकार गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी के रुप में समर्पित करती है. गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन बनाने के श्रेय राज्य के शहीद आंदोलनकारियों और उन माताओं-बहनों को दिया जाता है, जिन्होंने इस प्रदेश को बनाने के लिए प्रताड़ना सही है.  

पढ़ें- सीएम त्रिवेंद्र ने पेश किया 53526.97 करोड़ रुपए का बजट

सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि वे उत्तराखंड राज्य निर्माण की पहली बैठक से जुड़े रहे हैं. राज्य निर्माण के पीछे लोगों की भावना थी कि विकास दुरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचे जो लखनऊ से नहीं पहुंचता था. इसीलिए अलग राज्य की मांग उठी थी. 

उत्तराखंड सीमांत राज्य है, जो सामरिक दृष्टि के काफी महत्वपूर्ण है. एक समय कहावत थी कि पहाड़ का पानी और जवानी यहां के काम नहीं आती है. आज उत्तराखंड सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को जो निर्णय लिया है ये उन्हीं भावनाओं और चिंतन का परिणाम है. ये एतिहासिक और गर्व का मौका भी है. आज तमाम जनभावनाओं को सम्मान हुआ है.  

Last Updated : Mar 4, 2020, 7:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.