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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी फुनकू दास के बलिदान को किया याद, प्रीतम सिंह ने प्रतिमा का किया अनावरण - विकास नगर न्यूज

देश में स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा था, तब जौनसार बावर के वीर फुनकू ने देश की आजादी की लड़ाई में भाग लिया था. उनके इस बलिदान को याद करते हुए वीर फुनकू दास के जन्म दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. साथ ही इस मौके पर पीपीसी चीफ प्रीतम सिंह ने उनकी प्रतिमा अनावरण किया गया.

स्वतंत्रता सेनानी फुनकू दास का मनाया गया जन्मदिन.
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Published : Aug 10, 2019, 9:11 PM IST

Updated : Aug 11, 2019, 12:34 AM IST

विकासनगर: जौनसार बावर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास का जन्मदिन बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. कालसी स्थित तहसील रोड पर सम्राट अशोक सामुदायिक परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास के जन्म दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने पहुंचकर वीर फुनकू दास की मूर्ति का अनावरण किया. साथ ही उनके बलिदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी.

जौनसार बावर के कालसी ब्लॉक के पंजिया गांव निवासी वीर फुनकू दास काजल का जन्म 10 अगस्त 1910 को पैतृक गांव देहरादून जिले के कालसी ब्लॉक में हुआ था. जब देश में स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा था, तब जौनसार बावर के वीर फुनकू ने देश की आजादी की लड़ाई में भाग लिया. साथ ही देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू इनसे बहुत स्नेह करते थे. पं. जवाहरलाल नेहरू और महावीर त्यागी के साथ ये देहरादून से बरेली जेल में भी रहे थे.

वीर साहसी फुनकू के बारे में कहा जाता है कि जब जेल में इन्हें रस्सी बंटने के लिए दी गई तो जेलर को खौफ दिखाते हुए उन्होंने माचिस से आग लगा दी. इसके बाद जेल परिसर में सिपाही एकत्र हो गए. जिसके बाद वीर सिपाही को पकड़ कर 12 कोड़ों की सजा सुनाई. आजादी दिलाने वाले इस मतवाले सेनानी के पीठ पर मृत्यु के बाद भी कोड़ों के बहुत गहरे निशान अंकित रहे. तीन मूर्ति भवन और राष्ट्रपति भवन में फुनकू का प्रवेश निष्कंटक था. नेहरू ने फुनकू के लिए देश में देशभर में नि:शुल्क परिवहन की व्यवस्था करवा दी थी.

ये भी पढ़ें: सैंपलिंग के नाम पर हो रही खानापूर्ति, खाद्य सुरक्षा विभाग के दावों की खुली पोल

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास की मूर्ति स्थापना के लिए 40 लाख रुपये स्वीकृत किए थे. लेकिन कालसी बाजार में तहसील द्वारा विवादित जमीन देखी गई. वहीं, स्थानीय स्मारक समिति द्वारा स्वयं के प्रयासों से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू के जन्मदिवस पर मूर्ति का अनावरण भी किया गया.

विकासनगर: जौनसार बावर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास का जन्मदिन बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. कालसी स्थित तहसील रोड पर सम्राट अशोक सामुदायिक परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास के जन्म दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने पहुंचकर वीर फुनकू दास की मूर्ति का अनावरण किया. साथ ही उनके बलिदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी.

जौनसार बावर के कालसी ब्लॉक के पंजिया गांव निवासी वीर फुनकू दास काजल का जन्म 10 अगस्त 1910 को पैतृक गांव देहरादून जिले के कालसी ब्लॉक में हुआ था. जब देश में स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा था, तब जौनसार बावर के वीर फुनकू ने देश की आजादी की लड़ाई में भाग लिया. साथ ही देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू इनसे बहुत स्नेह करते थे. पं. जवाहरलाल नेहरू और महावीर त्यागी के साथ ये देहरादून से बरेली जेल में भी रहे थे.

वीर साहसी फुनकू के बारे में कहा जाता है कि जब जेल में इन्हें रस्सी बंटने के लिए दी गई तो जेलर को खौफ दिखाते हुए उन्होंने माचिस से आग लगा दी. इसके बाद जेल परिसर में सिपाही एकत्र हो गए. जिसके बाद वीर सिपाही को पकड़ कर 12 कोड़ों की सजा सुनाई. आजादी दिलाने वाले इस मतवाले सेनानी के पीठ पर मृत्यु के बाद भी कोड़ों के बहुत गहरे निशान अंकित रहे. तीन मूर्ति भवन और राष्ट्रपति भवन में फुनकू का प्रवेश निष्कंटक था. नेहरू ने फुनकू के लिए देश में देशभर में नि:शुल्क परिवहन की व्यवस्था करवा दी थी.

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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास की मूर्ति स्थापना के लिए 40 लाख रुपये स्वीकृत किए थे. लेकिन कालसी बाजार में तहसील द्वारा विवादित जमीन देखी गई. वहीं, स्थानीय स्मारक समिति द्वारा स्वयं के प्रयासों से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू के जन्मदिवस पर मूर्ति का अनावरण भी किया गया.

Intro:स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया गया वह मुख्य अतिथि पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने मूर्ति का किया अनावरण.


Body:जौनसार बावर के वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास का जन्मदिन बडी धूमधाम से मनाया गया . कालसी स्थित तहसील रोड पर सम्राट अशोक सामुदायिक परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास का जन्म दिवस के मौके पर पहुंचे मुख्य अतिथि के रूप में पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने वीर कुंकु दास के मूर्ति का अनावरण किया और पुष्प अर्पित कर इस सच्चे देशभक्त को नमन किया जौनसार बावर के कालसी ब्लॉक के पंजिया गांव निवासी वीर फुनकू दास काजल 10 अगस्त 1910 को हुआ था उनका पैतृक गांव देहरादून जिले के कालसी ब्लॉक का पंजाबी था जब देश में स्वतंत्रता की का आंदोलन चल रहा था तब जौनसार बाबा के वीर कुंकु देश की आजादी की लड़ाई के लिए उन्होंने भी भाग लिया स्वतंत्रता संग्राम में निर्गुण को का योगदान कौन भुला सकता है देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू इन बहुत स्नेह करते थे पंडित जवाहरलाल नेहरू और महावीर त्यागी के साथ यह देहरादून से बरेली जेल में रहे वह बहुत ही स्वाभिमानी व साहसी व्यक्ति थे जब जेल में इन्हें बांध बंटने के लिए दिए गए तो जेलर खौफनाक दिखाते हुए उन्होंने माचिस की तिल्ली आग लगा कर जला दिया सारी जेल में शोर मच गया जेल परिसर के सिपाही एकत्र हो गए उन्हें पकड़ लिया गया और 12 कोणों की सजा सुनाई गई पर फोड़े पर भारत माता की जय का उद्घोष करते थे परंतु अपनी आन से नहीं डिगे वीर फुनकू को न्यायालय उपजिला मजिस्ट्रेट चकराता द्वारा धारा 34 /48 आईआर 3 माह की सजा और ₹25 जुर्माना किया गया जुर्माना न देने पर 1 माह की अतिरिक्त सजा दी गई जेल से 19 जुलाई 1947 को दिया हुआ आजादी के दिलाने वाले इस मतवाले सेनानी के पीठ पर मृत्यु के बाद भी कोडों के बहुत गहरे निशान अंकित रहे. तीन मूर्ति भवन और राष्ट्रपति भवन में फुनकू का प्रवेश निष्कंटक था.नेहरू ने फुनकू के लिए देश में देश भर में निशुल्क परिवहन की व्यवस्था करवा दी थी.


Conclusion:वही पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानीवीर फुनकू दास की मूर्ति स्थापना के लिए ₹4000000 स्वीकृत किए गए थे जिसमें की कालसी बाजार में तहसील द्वारा जमीन देखी गई थी जिस पर विवाद है और आज स्थानीय स्मारक समिति द्वारा स्वयं के प्रयास से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू के जन्मदिवस पर मुझे मूर्ति के अनावरण का सौभाग्य प्राप्त हुआ और मैं अपनी विधायकी से यहां तक आने वाले मार्ग केस उदारीकरण और बाउंड्री वाल के लिए ₹500000 की घोषणा भी करता हूं साथ ही में राज्य सरकार से शीघ्र स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर फुनकू दास की मूर्ति को साहिया में लगाने के लिए अनुरोध करूंगा

बाइट_ प्रीतम सिंह अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी उत्तराखंड
Last Updated : Aug 11, 2019, 12:34 AM IST
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