देहरादून: प्रदेश में साइबर ठगी के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. बावजूद इसके राज्य सरकार लोगों को साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है. जिसकी मुख्य वजह है कि साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. इसी तरह कुछ नया मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. इन दिनों सिम कार्ड अपडेट के नाम पर ठगी के तमाम मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसने पुलिस प्रशासन की चिंताओं को बढ़ा दिया है. आखिर क्या है सिम कार्ड को अपग्रेड और एक्टिवेशन के जरिए ठगी का मामला, किस तरह से लोगों को बनाया जा रहा है ठगी का शिकार, कैसे रहे आप सजग? देखिए खास रिपोर्ट...
इस आधुनिक युग में हर वर्ग के लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा है. मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के लिए सिम कार्ड की आवश्यकता होती है. क्योंकि सिम कार्ड एक नंबर प्रदान करता, जिसके जरिए हम अन्य लोगों से संपर्क कर सकते हैं. इसी क्रम में जैसे-जैसे नई तकनीकी विकसित होती जा रही है, उसी तरह सिम कार्ड भी अपग्रेट होते जा रहे हैं. शुरूआती दौर में 2G नेटवर्क के सिम कार्ड उपलब्ध थे. तो वहीं, अब धीरे-धीरे 5G नेटवर्क की ओर बढ़ रहे हैं. नेटवर्क के अपग्रेड होने के बाद अपने सिम कार्ड को भी अपडेट करने की आवश्यकता होती है. ऐसे में अब ठग सिम कार्ड के केवाईसी (Know Your Customer) अपडेट का फायदा उठाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं.
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शुरूआती दौर में 2G फोन मार्केट में उपलब्ध थे उस दौरान सिम कार्ड भी 2G नेटवर्क के हुआ करते थे लेकिन जैसे-जैसे तकनीकी विकसित हुई उसी अनुपात में देश के भीतर 3G, 4G और अब जल्द ही 5G नेटवर्क आने वाला है. लिहाजा, अगर लोगों को 3G, 4G या फिर 5G नेटवर्क की सुविधा लेनी है, तो उसके लिए उन्हें इसी नेटवर्क के मोबाइल फोन भी लेने होते हैं. जिसमें इन नेटवर्क की सुविधा को सपोर्ट करने की क्षमता हो. जिसके बाद से ही एक दौर ऐसा शुरू हुआ जब लोगों ने अपने सिम कार्ड को अपग्रेड करने के लिए संबंधित कंपनी के कार्यालयों के चक्कर काटने लगे. हालांकि, उस दौरान सिम अपग्रेड के माध्यम से ठगी के मामले नहीं हो रहे थे.
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कोरोना कॉल के दौरान बढ़ी ऑनलाइन केवाईसी ठगी
साल 2020 में कोरोना महामारी के बाद तमाम कंपनियों ने सिम कार्ड अपग्रेड की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया, ताकि लोग घर बैठे अपने सिम कार्ड को अपग्रेड कर सकें. ऐसे में सिम कार्ड के अपग्रेड की प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बाद से ही ठगी का एक जाल बन गया. जिसके बाद वर्तमान समय में सिम कार्ड अपग्रेड और केवाईसी अपडेट को लेकर शातिर ठग लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. मौजूदा समय मे लगभग हर व्यक्ति सिम कार्ड का प्रयोग कर रहा है. इसी का फायदा उठाते हुए सिम कार्ड को एक्टिवेट करने का झांसा देकर साइबर ठग लोगों को अपने ठगी का शिकार बना रहे है.
केवाईसी की नाम पर ढाई लाख रुपये की ठगी
साइबर अपराधियों को पुलिस कर रही ट्रेस
देहरादून साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के सीईओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि सिम कार्ड को अपडेट करने जैसे करीब 3 मामले इन दिनों सबसे अधिक सामने आ रहे हैं, जिसमें मुख्य रुप से सिम कार्ड में केवाईसी अपडेट करना, सिम कार्ड के नेटवर्क को अपग्रेड करना और सिम कार्ड को ई-सिम में कन्वर्ट शामिल है. इसी का फायदा उठाकर साइबर अपराधी लोगों को ठग रहे हैं. हालांकि, सिम कार्ड के जुड़ा बहाना बनाकर, शातिर ठग फिसिंग लिंक और फर्जी एसएमएस का इस्तेमाल कर ठगी को अंजाम तक पहुचाते हैं. ऐसे में इस तरह की ठगी से बचने के लिए सावधानियां बरतने की जरूरत है.
उत्तराखंड पुलिस हेल्पलाइन