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29 नवंबर को अयोध्या जाएंगे हरदा - हरदा का अयोध्या दौरा 29 से,

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आगामी 29 नवंबर को अयोध्या जा रहे हैं. कांग्रेसी नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि अपने आराध्य देव को पूजना सब का कर्तव्य है.

हरदा
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Published : Nov 11, 2019, 3:41 PM IST

देहरादूनः कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आगामी 29 नवंबर को अयोध्या जाएंगे. माना जा रहा है कि हरदा के इस कदम को पार्टी हाईकमान का समर्थन भी प्राप्त है. वहीं हरीश रावत के इस कदम का वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने भी तहे दिल से स्वागत किया है. कांग्रेसी नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अयोध्या जाने का फैसला स्वागत योग्य है. मर्यादा पुरुषोत्तम राम का दर्शन करना सबसे बड़ा सौभाग्य है और अपने आराध्य देव को पूजना सब का कर्तव्य है. सभी के रोम-रोम में बसने वाले राम हैं. यदि हरीश रावत अयोध्या जा रहे हैं तो वे निश्चित तौर पर बधाई के पात्र हैं.

हरदा का अयोध्या दौरा 29 से

वहीं उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस की मंशा पहले से ही थी कि राम मंदिर बने, क्योंकि कांग्रेस का मानना था कि अदालत का जो भी निर्णय आएगा उसका स्वागत होना चाहिए आखिर अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है और सभी उसका सम्मान करते हैं. भगवान राम हम सब के आराध्य देव हैं और उस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः IIP के वैज्ञानिकों ने किया कमाल, रसोई के तेल से दौड़ेंगी गाड़ियां

दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पहले से ही राम जन्मभूमि मामले में कांग्रेस के अन्य नेताओं से अलग विचार रखते थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी मंशा जताते हुए लिखा कि मेरी तरह हर भारतीय को प्रसन्नता का आभास हो रहा है कि वर्षों से हमारी सामान्य जिंदगी को हिंदू-मुस्लिम मंदिर-मस्जिद के मुद्दों ने जकड़ रखा था अब हम उस से मुक्त होकर सांस ले सकेंगे.

देहरादूनः कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आगामी 29 नवंबर को अयोध्या जाएंगे. माना जा रहा है कि हरदा के इस कदम को पार्टी हाईकमान का समर्थन भी प्राप्त है. वहीं हरीश रावत के इस कदम का वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने भी तहे दिल से स्वागत किया है. कांग्रेसी नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अयोध्या जाने का फैसला स्वागत योग्य है. मर्यादा पुरुषोत्तम राम का दर्शन करना सबसे बड़ा सौभाग्य है और अपने आराध्य देव को पूजना सब का कर्तव्य है. सभी के रोम-रोम में बसने वाले राम हैं. यदि हरीश रावत अयोध्या जा रहे हैं तो वे निश्चित तौर पर बधाई के पात्र हैं.

हरदा का अयोध्या दौरा 29 से

वहीं उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस की मंशा पहले से ही थी कि राम मंदिर बने, क्योंकि कांग्रेस का मानना था कि अदालत का जो भी निर्णय आएगा उसका स्वागत होना चाहिए आखिर अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है और सभी उसका सम्मान करते हैं. भगवान राम हम सब के आराध्य देव हैं और उस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

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दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पहले से ही राम जन्मभूमि मामले में कांग्रेस के अन्य नेताओं से अलग विचार रखते थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी मंशा जताते हुए लिखा कि मेरी तरह हर भारतीय को प्रसन्नता का आभास हो रहा है कि वर्षों से हमारी सामान्य जिंदगी को हिंदू-मुस्लिम मंदिर-मस्जिद के मुद्दों ने जकड़ रखा था अब हम उस से मुक्त होकर सांस ले सकेंगे.

Intro: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आगामी 29 नवंबर को अयोध्या जा रहे हैं माना जा रहा है कि हरदा केस खत्म को पार्टी हाईकमान का समर्थन भी प्राप्त है। वही हरीश रावत के इस कदम का वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने भी तहे दिल से स्वागत किया है।


Body: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 29 नवंबर को अयोध्या जाने का जो फैसला लिया है निश्चित तौर पर वे बधाई के पात्र हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम राम के दर्शन करने का सौभाग्य और उनके चरणों की धुरी प्राप्त करना सबसे बड़ा सौभाग्य है। और अपने आराध्य देव को पूजना सब का कर्तव्य है सभी के रोम रोम में बसने वाले राम हैं यदि हरीश रावत अयोध्या जा रहे हैं तो वे निश्चित तौर पर बधाई के पात्र हैं।
वहीं उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस की मंशा पहले से ही थी कि राम मंदिर बने क्योंकि कांग्रेस का मानना था कि अदालत के निर्णय का जो भी फैसला आएगा उसका स्वागत होना चाहिए आखिर अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है और सभी उसका सम्मान करते हैं भगवान राम हम सब के आराध्य देव हैं और उस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए हरीश रावत का अयोध्या जाने का निर्णय बिल्कुल सही है।

बाईट- सुरेंद्र अग्रवाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व सलाहकार


Conclusion:दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पहले से ही राम जन्मभूमि मामले में कांग्रेस के अन्य नेताओं से अलग विचार रखते थे। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट में अपनी मंशा जताते भी लिखा कि मेरी तरह हर भारतीय को प्रसन्नता का आभास हो रहा है कि वर्षों से हमारी सामान्य जिंदगी को हिंदू-मुस्लिम मंदिर-मस्जिद के मुद्दों ने जकड़ रखा था अब हम उस से मुक्त होकर सांस ले सकेंगे इसलिए वह 29 नवंबर को अपने आराध्य देव राजा राम को धन्यवाद देने अयोध्या जा रहे हैं।
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