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हरीश रावत ने बताया रामनगर से क्यों लड़ रहे चुनाव, रणजीत रावत को लेकर कही ये बड़ी बात - Harish Rawat statements on Ranjeet Rawat

पूर्व सीएम हरीश रावत ने रामनगर सीट को लेकर रणजीत रावत से मतभेद की खबरों को नकार दिया है. उन्होंने कहा रणजीत रावत पार्टी के बड़े नेता हैं और वह पार्टी के लिए ही काम करेंगे. किसी भी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है. हरीश रावत ने कहा कि 28 जनवरी को रामनगर से नामांकन दाखिल करेंगे.

Ex Cm Harish Rawat statements
हरदा ने तोड़ी चुप्पी
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Published : Jan 25, 2022, 9:37 PM IST

Updated : Jan 25, 2022, 9:48 PM IST

देहरादून: बीते सोमवार को कांग्रेस ने 11 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की, जिसमें कांग्रेस ने दिग्गज नेता हरीश रावत को रामनगर से प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में उनके और इस सीट से कांग्रेस दावेदार रणजीत रावत के बीच तकरार की खबर सामने आ रही है. वहीं, इस पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए हरीश रावत ने किसी भी मतभेद से इनकार किया है.

दरअसल रामनगर विधानसभा सीट इस बार दो रावतों के चक्कर में हॉट सीट बन गई है. रामनगर सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता रणजीत रावत भी टिकट की दौड़ में थे, लेकिन टिकट को लेकर गुरु और चेले की दौड़ में बाजी गुरु हरीश रावत ने मार ली है. रामनगर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का टिकट फाइनल होने के बाद से सबकी निगाहें रणजीत रावत पर टिकी हैं. उनके निर्दलीय या पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं.

हरीश रावत ने बताया रामनगर से क्यों लड़ रहे चुनाव

वहीं, हरीश रावत ने कहा रणजीत रावत पार्टी के बड़े नेता हैं. वह पार्टी के लिए ही काम करेंगे. किसी भी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है. रणजीत रावत हमारे भाई हैं. वह जीवनपर्यंत एक ग्राउंड कार्यकर्ता रहे हैं. साथ ही हमारे सहयोगी भी रहे हैं. वर्तमान में पार्टी के वर्किंग प्रेसिडेंट की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. ऐसे में पार्टी उनकी बात का जरूर संज्ञान लेगी.

ये भी पढ़ें: कांग्रेस की लैंसडाउन प्रत्याशी अनुकृति गुसाईं के विरोध में 'नारद' बने कार्यकर्ता

हरीश रावत ने कहा उनके लिए रामनगर राजनीति की भूमि रही है. जहां के गलियारों में उन्होंने राजनीतिक अनुभव लिया है. यही नहीं उनके राजनीतिक गुरू भी रामनगर की धरती पर ही रहे हैं. मुझे मौका मिला है कि मैं अपने गुरु भूमि की सेवा कर सकूं.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक, पंजाब के सीएम चन्नी और भूपेश बघेल जल्द ही उत्तराखंड में पार्टी का प्रचार प्रसार करने आ रहे हैं. कांग्रेस के हर नेतागण, जिन्होंने समाज के लिए बहुत कुछ किया है और जिनका उत्तराखंड से पहले भी संबंध रहा है, उन सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया है.

हरीश रावत ने बताया कि यह सब नेता चुनाव प्रचार में भाग लेंगे और जहां-जहां नेताओं की रिक्वायरमेंट होगी. वहां यह नेता चुनाव प्रचार करेंगे. हालांकि चुनाव आयोग की बंदिशों का पालन करते हुए हमको खुद मालूम नहीं है कि हम किसकी कितनी क्षमता का उपयोग कर पाएंगे.

28 जनवरी को करेंगे नामांकन: हरीश रावत 28 जनवरी को रामनगर सीट से नामांकन करेंगे. इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया से दी. उन्होंने कहा 27 जनवरी को वह रामनगर पहुंचेंगे, जहां सभी का आशीर्वाद लेकर कुछ स्थानों पर पदयात्रा करेंगे.

रामनगर की जनता पर मुझे पूरा विश्वास है कि आप सबका सहयोग, समर्थन और अपना अमूल्य मत हमें प्रदान करेंगे. नामांकन की पुण्य घड़ी में आप सब से आशीर्वाद की कामना करता हूं. 28 जनवरी को एसडीएम कार्यालय रामनगर में नामांकन दाखिल करूंगा. गौरतलब है कि रामनगर से कांग्रेस ने हरीश रावत का प्रत्याशी बनाया है, लेकिन रणजीत रावत समर्थकों द्वारा उनका लगातार विरोध किया जा रहा है.

देहरादून: बीते सोमवार को कांग्रेस ने 11 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की, जिसमें कांग्रेस ने दिग्गज नेता हरीश रावत को रामनगर से प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में उनके और इस सीट से कांग्रेस दावेदार रणजीत रावत के बीच तकरार की खबर सामने आ रही है. वहीं, इस पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए हरीश रावत ने किसी भी मतभेद से इनकार किया है.

दरअसल रामनगर विधानसभा सीट इस बार दो रावतों के चक्कर में हॉट सीट बन गई है. रामनगर सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता रणजीत रावत भी टिकट की दौड़ में थे, लेकिन टिकट को लेकर गुरु और चेले की दौड़ में बाजी गुरु हरीश रावत ने मार ली है. रामनगर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का टिकट फाइनल होने के बाद से सबकी निगाहें रणजीत रावत पर टिकी हैं. उनके निर्दलीय या पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं.

हरीश रावत ने बताया रामनगर से क्यों लड़ रहे चुनाव

वहीं, हरीश रावत ने कहा रणजीत रावत पार्टी के बड़े नेता हैं. वह पार्टी के लिए ही काम करेंगे. किसी भी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है. रणजीत रावत हमारे भाई हैं. वह जीवनपर्यंत एक ग्राउंड कार्यकर्ता रहे हैं. साथ ही हमारे सहयोगी भी रहे हैं. वर्तमान में पार्टी के वर्किंग प्रेसिडेंट की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. ऐसे में पार्टी उनकी बात का जरूर संज्ञान लेगी.

ये भी पढ़ें: कांग्रेस की लैंसडाउन प्रत्याशी अनुकृति गुसाईं के विरोध में 'नारद' बने कार्यकर्ता

हरीश रावत ने कहा उनके लिए रामनगर राजनीति की भूमि रही है. जहां के गलियारों में उन्होंने राजनीतिक अनुभव लिया है. यही नहीं उनके राजनीतिक गुरू भी रामनगर की धरती पर ही रहे हैं. मुझे मौका मिला है कि मैं अपने गुरु भूमि की सेवा कर सकूं.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक, पंजाब के सीएम चन्नी और भूपेश बघेल जल्द ही उत्तराखंड में पार्टी का प्रचार प्रसार करने आ रहे हैं. कांग्रेस के हर नेतागण, जिन्होंने समाज के लिए बहुत कुछ किया है और जिनका उत्तराखंड से पहले भी संबंध रहा है, उन सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया है.

हरीश रावत ने बताया कि यह सब नेता चुनाव प्रचार में भाग लेंगे और जहां-जहां नेताओं की रिक्वायरमेंट होगी. वहां यह नेता चुनाव प्रचार करेंगे. हालांकि चुनाव आयोग की बंदिशों का पालन करते हुए हमको खुद मालूम नहीं है कि हम किसकी कितनी क्षमता का उपयोग कर पाएंगे.

28 जनवरी को करेंगे नामांकन: हरीश रावत 28 जनवरी को रामनगर सीट से नामांकन करेंगे. इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया से दी. उन्होंने कहा 27 जनवरी को वह रामनगर पहुंचेंगे, जहां सभी का आशीर्वाद लेकर कुछ स्थानों पर पदयात्रा करेंगे.

रामनगर की जनता पर मुझे पूरा विश्वास है कि आप सबका सहयोग, समर्थन और अपना अमूल्य मत हमें प्रदान करेंगे. नामांकन की पुण्य घड़ी में आप सब से आशीर्वाद की कामना करता हूं. 28 जनवरी को एसडीएम कार्यालय रामनगर में नामांकन दाखिल करूंगा. गौरतलब है कि रामनगर से कांग्रेस ने हरीश रावत का प्रत्याशी बनाया है, लेकिन रणजीत रावत समर्थकों द्वारा उनका लगातार विरोध किया जा रहा है.

Last Updated : Jan 25, 2022, 9:48 PM IST
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