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बल्लीवाला फ्लाईओवरः यहां हर मोड़ पर 'यमराज', अब स्पीड ब्रेकर दे रहे 'दर्द'

बल्लीवाला फ्लाईओवर को खूनी फ्लाईओवर की पहचान मिलने के बाद Etv Bharat ग्राउंड जीरो पर पहुंचा और यह जानने का प्रयास किया कि आखिर इस फ्लाईओवर पर इतने ज्यादा हादसे क्यों होते हैं.

स्पीड ब्रेकर बनाने से राहगीर परेशान
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Published : Apr 24, 2019, 5:17 PM IST

देहरादूनः विकास को गति देने के लिए राजधानी देहरादून शहर में एक के बाद एक पांच फ्लाईओवर्स का निर्माण किया गया. लेकिन इनमें से ज्यादातर फ्लाईओवर सुरक्षा की दृष्टि से खतरे की जद में हैं. बल्लीवाला स्थित फ्लाईओवर सबसे खतरनाक बना हुआ है. साल 2016 में बने इस फ्लाईओवर पर अब तक 13 दोपहिया सवार जान गंवा चुके हैं.

पढ़ें- नैनीताल HC बार एसोसिएशन के चुनाव 25 को, आमसभा में अधिवक्ताओं ने की वोटरों को लुभाने की कोशिश

बल्लीवाला फ्लाईओवर को खूनी फ्लाईओवर की पहचान मिलने के बाद Etv Bharat ग्राउंड जीरो पर पहुंचा और यह जानने का प्रयास किया कि आखिर इस फ्लाईओवर पर इतने ज्यादा हादसे क्यों होते हैं. इस दौरान Etv Bharat ने पाया कि इस फ्लाईओवर की चौड़ाई औसत से कम है और जब भी कोई ट्रक या कोई बड़ा वाहन गुजरता है तो ओवरटेक करना हादसे को दावत देने जैसा है.

स्पीड ब्रेकर बनाने से राहगीर परेशान

उधर, निर्माण के समय से ही तकनीकी खामियों से भरे इस फ्लाईओवर का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने खामियों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए. जिसके बाद संबंधित विभाग ने पूरे फ्लाईओवर पर हर 25 से 30 फीट की दूरी पर दर्जनभर से ज्यादा स्पीड ब्रेकर बना दिए और अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया.

फ्लाईओवर निर्माण विभाग अपनी कमियों को छुपा रहा है: राहगीर
वहीं, फ्लाईओवर से गुजरने वाले राहगीर स्पीड ब्रेकर बनने के खासे नाराज हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इतने हादसों के बाद सरकार को तत्काल इस फ्लाईओवर की सुरक्षा के दृष्टिगत इसकी चौड़ाई और अन्य तकनीकी खामियों में सुधार कर यातायात को सुगम बनाने के लिए जनता को राहत देनी चाहिए, न कि अपनी कमियों को ढकने के लिए ब्रेकर लगाने चाहिए.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का भी मानना है कि इस फ्लाईओवर में तकनीकि खामिया हैं, जिसकी वजह से इतने ज्यादा हादसे हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग की ओर से भी संबंधित लोक निर्माण इंजीनियरों को सुरक्षा के दृष्टिगत फ्लाईओवर की कमियों के बारे में अवगत किया जा चुका है. जल्द ही इस समस्या को दूर करने का काम किया जाएगा.

देहरादूनः विकास को गति देने के लिए राजधानी देहरादून शहर में एक के बाद एक पांच फ्लाईओवर्स का निर्माण किया गया. लेकिन इनमें से ज्यादातर फ्लाईओवर सुरक्षा की दृष्टि से खतरे की जद में हैं. बल्लीवाला स्थित फ्लाईओवर सबसे खतरनाक बना हुआ है. साल 2016 में बने इस फ्लाईओवर पर अब तक 13 दोपहिया सवार जान गंवा चुके हैं.

पढ़ें- नैनीताल HC बार एसोसिएशन के चुनाव 25 को, आमसभा में अधिवक्ताओं ने की वोटरों को लुभाने की कोशिश

बल्लीवाला फ्लाईओवर को खूनी फ्लाईओवर की पहचान मिलने के बाद Etv Bharat ग्राउंड जीरो पर पहुंचा और यह जानने का प्रयास किया कि आखिर इस फ्लाईओवर पर इतने ज्यादा हादसे क्यों होते हैं. इस दौरान Etv Bharat ने पाया कि इस फ्लाईओवर की चौड़ाई औसत से कम है और जब भी कोई ट्रक या कोई बड़ा वाहन गुजरता है तो ओवरटेक करना हादसे को दावत देने जैसा है.

स्पीड ब्रेकर बनाने से राहगीर परेशान

उधर, निर्माण के समय से ही तकनीकी खामियों से भरे इस फ्लाईओवर का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने खामियों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए. जिसके बाद संबंधित विभाग ने पूरे फ्लाईओवर पर हर 25 से 30 फीट की दूरी पर दर्जनभर से ज्यादा स्पीड ब्रेकर बना दिए और अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया.

फ्लाईओवर निर्माण विभाग अपनी कमियों को छुपा रहा है: राहगीर
वहीं, फ्लाईओवर से गुजरने वाले राहगीर स्पीड ब्रेकर बनने के खासे नाराज हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इतने हादसों के बाद सरकार को तत्काल इस फ्लाईओवर की सुरक्षा के दृष्टिगत इसकी चौड़ाई और अन्य तकनीकी खामियों में सुधार कर यातायात को सुगम बनाने के लिए जनता को राहत देनी चाहिए, न कि अपनी कमियों को ढकने के लिए ब्रेकर लगाने चाहिए.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का भी मानना है कि इस फ्लाईओवर में तकनीकि खामिया हैं, जिसकी वजह से इतने ज्यादा हादसे हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग की ओर से भी संबंधित लोक निर्माण इंजीनियरों को सुरक्षा के दृष्टिगत फ्लाईओवर की कमियों के बारे में अवगत किया जा चुका है. जल्द ही इस समस्या को दूर करने का काम किया जाएगा.

Intro:देहरादून- विकास को गति देने के लिए जहाँ देहरादून शहर में एक के बाद एक पाँच फ्लाईओवर का निर्माण हुआ तो जरूर हुआ लेकिन इनमें से ज्यादातर फ्लाईओवरों में तकनीकी रूप से कमी के चलते आज यह फ्लाईओवर ट्रैफिक सुरक्षा की दृष्टि से ख़तरे की जद में हैं। बल्लीवाला स्थित फ्लाईओवर सबसे खतरनाक स्थिति से गुजर रहा है,जीहाँ वर्ष 2016 में लगभग 113 करोड़ की धनराशि से निर्माण हुए इस फ्लाईओवर में अब तक 13 दुपहिया सवार लोगों की जाने मौत हो चुकी है। इस फ्लाईओवर में हादसों की सबसे बड़ी वजह यह हैं कि,यह इतना सकरा कम चौड़ाई वाला हैं कि,जब कोई बस या ट्रक जैसा बड़ा वाहन इसके ऊपर से गुजरता हैं तो बगल से दुपहिया वाहन निकल नहीं सकता हैं।
बीते दो दिन पहले लगातार दो मौत के बाद सोमवार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस फ्लाईओवर का निरीक्षण किया जहां उन्होंने तकनीकी रूप से साइबर में भारी कमी पाते हुए पीडब्ल्यूडी सहित संबंधित विभाग को तत्काल हादसों की रोकने की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उधर मुख्यमंत्री के आदेश के बाद आनन फानन में संबंधित विभाग ने इस तकनीकी रूप सुधार को दरकिनार कर..खानापूर्ति के तौर पर फ्लाईओवर के ऊपर हर 25 से 30 फीट की दूरी पर अलग अलग स्थानों में दर्जनभर से ज्यादा स्पीड ब्रेकर लगा कर जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ लिया है। उधर इस छोटे से फ्लाईओवर के हर दस कदम में स्पीड ब्रेकर लगने से राहगीरों का अब इस फ्लाईओवर गुजर ना और दूभर भी हो गया है।



Body:खूनी फ्लाईओवर के नाम से पहचान मिलने वाले देहरादून के बल्लीवाला स्थित इस फ्लाईओवर में जब ईटीवी भारत ने बुद्धवार ग्राउंड रिपोर्ट में यह जानने का प्रयास किया तो पता चला यहाँ चलना वकाई खतरों से भरा है। चौड़ाई में बेहद कम होने की वजह से यहां बड़े वाहन के बगल से निकलना हादसों को दावत देना जैसा है। उधर निर्माण के समय से ही तकनीकी रूप से खामियों से भरे इस फ्लाईओवर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के निरीक्षण के बाद संबंधित विभाग ने हादसों को रोकने के लिए जगह-जगह ब्रेकर लगा दिए हैं जिसके चलते अब फ्लाईओवर के ऊपर से गुजर ना वाहन चालकों के लिए और भी दूभर हो गया है।

बाईट-दुपहिया राहगीर
बाईट-दुपहिया राहगीर
बाईट-दुपहिया राहगीर

फ्लाईओवर निर्माण विभाग अपनी कमियों को छुपा रहा है: राहगीर

लोक निर्माण व संबंधित विभाग के तकनीकी खामी को लेकर फ्लाईओवर से गुजरने वाले राहगीर अपनी अपनी नाराजगी दिखाते हुए फ्लाईओवर के निर्माण पर ही अब सवाल खड़े कर रहे हैं लोगों के अनुसार जहां ट्रैफिक को आसान बनाने के लिए फ्लाईओवर का निर्माण करते समय इसकी चौड़ाई और सुरक्षा की दृष्टि को ही जब दरकिनार खाना पूर्ति के लिए इसका निर्माण किया गया तो इसमें विकास कहां हुआ।
कुछ लोगों का मानना है कि इतने हादसों के बाद सरकार को तत्काल इस फ्लाईओवर की सुरक्षा के दृष्टिगत इसकी चौड़ाई और अन्य तकनीकी खामियों सुधार कर यातायात को सुगम बनाने के लिए जनता को राहत देनी चाहिए नाकी अपनी कमियों को ढकने के लिए ब्रेकर लगाकर फ्लाईओवर के ऊपर से निकलना दूभर करना चाहिए।

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Conclusion:सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत फ्लाईओवर बेहद खतरनाक:डीजी

उधर बल्लीवाला फ्लाई ओवर में एक के बाद पिछले 2 सालों में 13 लोगों की मौत होने के मामले को लेकर राज्य में अपराध व कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाने वाले महा निदेशक अशोक कुमार का भी मानना है कि तकनीकी रूप व कम चौड़ाई की वजह से जिस तरह से लगातार फ्लाईओवर के ऊपर दुपहिया वाहनों के लोगों की मौत हो रही है वह अपनेआप में एक चिंता का विषय है, अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस विभाग की ओर से भी संबंधित लोक निर्माण इंजीनियरों को सुरक्षा के दृष्टिगत फ्लाईओवर की कमियों के बारे में कई बार अवगत किया जा चुका है लेकिन जिस तरह से एक के बाद एक हादसे हो रहे हैं ऐसे में जल्दी संबंधित विभाग के इंजीनियरों को इस समय समस्या में सुधार लाना होगा।

बाईट- अशोक कुमार, महानिदेशक अपराधों का व्यवस्था
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