डोईवाला: रानीपोखरी के नागाघेर गांव में भयानक हत्याकांड हुआ है. यहां एक शख्स ने परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी है. इस वहशी शख्स ने अपने तीन बच्चों, पत्नी और मां की हत्या कर दी है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हत्यारा कितना क्रूर रहा होगा इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने अपने तीन मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा. उनकी भी हत्या कर दी. जिस जीवन संगिनी को वो सात जन्मों तक साथ रखने का वादा लेकर ब्याह लाया था, उसकी भी हत्या कर दी. और तो और जन्म देने वाली मां को भी हत्यारे ने मार डाला.
एक साथ परिवार के पांच लोगों की हत्या: रानीपोखरी के नागाघेर गांव में एक साथ पांच लोगों की हत्या से हड़कंप मचा हुआ है. गांव में मातम का माहौल है. लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि इस शख्स ने क्यों इतने वीभत्स हत्याकांड को अंजाम दिया. पुलिस ने हत्या आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. घर और आंगन खून से लथपथ है. वहां का मंजर देखकर हर कोई सिहर जा रहा है.
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ऐसे बची एक बच्ची की जान: इस शख्स के चार बच्चे थे. तीन बच्चों की इसने हत्या कर दी. एक बच्ची की जान बच गई. ये बच्ची अपनी बुआ के पास गई थी. बताया जा रहा है कि पांच लोगों की हत्या को अंजाम देने वाले शख्स का नाम महेश है. महेश उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के अररिया इलाके का रहने वाला है. अभी ये शख्स रानीपोखरी के शांतिनगर में रह रहा था. रानीपोखरी एसओ शिशुपाल राणा ने आरोपी महेश को घटनास्थल से गिरफ्तार किया है.
मृतकों के बारे में जानकारी: महेश तिवारी ने अपने परिवार के जिन लोगों की हत्या की है, उनमें उसकी 9 साल की बेटी अन्नपूर्णा, 11 साल की सुवर्णा, 15 साल की अपर्णा हैं. पत्नी नीतू 38 साल की थी. महेश तिवारी की मां बीतल देवी की उम्र 70 साल थी. वहीं बेटी अपर्णा (15) 9वीं में पढ़ती थी. वहीं सुवर्णा (11) दिव्यांग थी और अन्नपूर्णा (9) तीसरी क्लास में पढ़ती थी.
प्रत्यक्षदर्शी ने क्या देखा: महेश तिवारी के पड़ोसी इस समूहिक हत्याकांड के प्रत्यक्षदर्शी थे. उन्होंने बताया कि बच्ची के चीखने की आवाज सुनाई दी. बच्ची बचाओ-बचाओ चिल्ला रही थी. इस पर पड़ोसी की पत्नी ने पति से घटनास्थल पर जाकर देखकर आने को कहा. पड़ोसी प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जब वो महेश के घर गए तो गेट पर ताला लगा हुआ था.
दीवार फांदकर आंगन में पहुंचे: प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इसके बाद वो दीवार फांदकर आंगन में गए. वहीं से पिछले दरवाजे से महेश तिवारी के घर में घुसने की कोशिश की. लेकिन महेश ने हत्याकांड से पहले ही दरवाजे को कसकर बंद कर दिया था. काफी धक्के लगाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसी प्रत्यक्षदर्शी ने खिड़की से झांककर देखा. अंदर का दृश्य देखकर वो कांप गए. महेश अपनी छोटी बेटी को चाकू से गोद रहा था.
आखिरी में किया मां का मर्डर: पड़ोसी प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार महेश तिवारी ने सबसे पहले अपनी पत्नी की हत्या की. इसके बाद उसने बारी-बारी से अपनी तीन बेटियों को मौत की नींद सुला दिया. आखिरी में उसने अपनी मां का मर्डर किया. पड़ोसी ने बताया कि जब वो अपनी सबसे छोटी बेटी को चाकू से गोदकर मार रहा था तो तब तक मां बैठी कपड़ों की तह लगाती दिख रही थी.
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घर में बंद रहता था महेश तिवारी: पड़ोसी जो इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी भी हैं उन्होंने बताया कि महेश तिवारी घर से बाहर बहुत कम निकला करता था. वो घर में बंद रहकर पूजा-पाठ किया करता था. इससे आशंका है कि कहीं वो तंत्र मंत्र जैसे क्रिया कलाप तो नहीं किया करता था. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार महेश तिवारी की छोटी बेटी उनके घर में आती रहती थी. इसीलिए उसकी चीख पुकार सुनकर वो महेश के घर की ओर गए.
नाश्ते के विवाद में खत्म किया परिवार: एक ही परिवार के पांच लोगों की घर के ही मुखिया द्वारा की गई हत्या से रानीपोखरी के नागाघेर गांव में मातम छाया है. बताया जा रहा है कि सुबह नाश्ते को लेकर विवाद शुरू हुआ. इसके बाद महेश तिवारी के सर पर मानो खून खराबे का भूत सवार हो गया. उसने चाकू से गोदकर एक के बाद एक करके अपने परिवार के पांच लोगों का मर्डर कर दिया.
स्कूल जाने की तैयारी कर रहे थे बच्चे: इधर बच्चे स्कूल जाने की तैयारी कर रहे थे. दूसरी तरफ महेश तिवारी का अपनी पत्नी नीतू तिवारी से नाश्ते को लेकर विवाद चल रहा था. इस विवाद में महेश तिवारी वहशी दरिंदा बन गया. सबसे पहले उनकी पत्नी को मार डाला. फिर उसने बड़ी बेटी अपर्णा का मर्डर किया. इसके बाद दूसरे नंबर की बेटी सुवर्णा का कत्ल किया. फिर आखिरी नंबर की बेटी अन्नपूर्णा की हत्या कर दी. आखिर में उसने अपनी मां को मार डाला.
मानसिक रोगी लग रहा है महेश तिवारी: जिस नृशंसता से महेश तिवारी ने अपने परिवार का सफाया कर डाला उससे कोई भी उसे खूनी राक्षस से कम नहीं समझ रहा. बताया जा रहा है कि वो मानसिक रोगी है. वो घर से बाहर कम ही निकला करता था. घर पर भी वो पूजा पाठ में ही लगा रहता था.
एसएसपी ने क्या कहा: सामूहिक हत्याकांड के बाद देहरादून के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर भी घटनास्थल पर पहुंचे. एसएसपी ने बताया कि महेश तिवारी बेरोजगार था. वो रानीपोखरी में अपने बड़े भाई उमेश के मकान में रहता था. एसएसपी ने बताया कि महेश तिवारी अपने भाई के मकान में 2015 से रह रहा था. दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि बड़ा भाई उमेश तिवारी अपने भाई महेश को हर महीने 15 से 20 हजार रुपए दिया करता था.
पत्नी ने पूजा छोड़ नाश्ता बनाने में मदद करने को कहा था: SSP ने बताया कि आज सुबह नाश्ता बनाने को लेकर विवाद हुआ. महेश पूजा पाठ में लगा था. पत्नी उससे बच्चों के लिए नाश्ता बनाने में सहयोग करने को कहा था. इसी बात से महेश पागलपन की हद पार कर गया. एसएसपी ने कहा कि महेश साइको लग रहा है. हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है.