देहरादून: उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के पहले सीईओ के रूप में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रविनाथ रमन ने कमान संभाल ली है. मीडिया से बातचीत में बोर्ड के सीईओ ने कहा कि जल्द ही बोर्ड की बैठक की जाएगी. जिसमें बोर्ड की भावी रणनीति बनाई जाएगी. बोर्ड की पहली बैठक में व्यवस्था और बजट पर फोकस रहेगा. साथ ही अन्य पहलुओं पर चर्चा कर एक ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा. देवस्थानम बोर्ड के मुताबिक उनके सामने कार्यों को अंजाम तक पहुंचाने में कई चुनौतियां भी आएंगी.
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चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अस्तित्व में आने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूक और बदरी-केदार मंदिर समिति के सैकड़ों पदाधिकारी और कर्मचारियों का कार्य क्षेत्र अब क्या होगा. क्या समिति के अधिकारी और कर्मचारी बोर्ड के नियमों के तहत ही काम करते रहेंगे या फिर इनके दायित्वों में भी कोई बदलाव किया जाएगा.
रविनाथ रमन ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड की बैठक में मनोनीत सभी सदस्यों के ना सिर्फ सुझाव लिए जाएंगे, बल्कि गहन मंथन के बाद एक रोडमैप तैयार किया जाएगा कि कैसे चारधाम आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जा सके. गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में यात्रा सीजन के दौरान देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं.
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देवभूमि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा इस बार अप्रैल में शुरू हो रही है. लिहाजा एक निश्चित समय अवधि में चारों धामों में मूलभूत सुविधाओं के साथ ही बिजली, सड़क, पानी, खानपान के साथ ही रहने की व्यवस्थाएं बेहतर करने में बोर्ड जुट गया है.