ऋषिकेश: नगर निगम ऋषिकेश के डंपिंग ग्राउंड में जमा कूड़े के पहाड़ में लगने वाली आग से अग्निशमन विभाग की भी शायद तंग आ गया है. लगातार डंपिंग ग्राउंड में आग लगने की घटना को लेकर अब अग्निशमन विभाग ने नगर निगम प्रशासन से डीजल की मांग की है. या फिर निगम को खुद ही आग बुझाने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने को कहा है.
आगजनी की घटनाओं में अक्सर फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचती है. किसी भी क्षेत्र में आग लगने की घटना इक्का-दुक्का होती होगी, लेकिन ऋषिकेश-हरिद्वार रोड किनारे डंपिंग ग्राउंड में जमा कई टन कचरे में आग लगने की घटना आम बात हो गई है. कूड़े की आग को बुझाने में अग्निशमन विभाग के वाहनों का भी दम फूल रहा है. इसके साथ ही डीजल की खपत भी बढ़ रही है.
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इसको लेकर दमकल अधिकारी बीरबल सिंह ने नगर निगम प्रशासन से डीजल दिए जाने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा इससे पहले भी निगम 50 लीटर डीजल उपलब्ध करा चुका है. उन्होंने कहा कि पूर्व में निगम प्रशासन को आग बुझाने के लिए खुद से पानी के इंतजाम करने को कहा गया था, जिसके बाद डंपिंग ग्राउंड में बोरिंग किया गया, लेकिन एक इंच प्रेशर से पानी फेंकने वाले उपकरण से आग बुझाना संभव नहीं है. लिहाजा, निगम अधिकारियों को चार इंच प्रेशर और लंबा पाइप इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है.
एसडीएम के निर्देश पर ही निशुल्क आग बुझाने की व्यवस्था अग्निशमन डंपिंग ग्राउंड में कर सकता है. सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत ने बताया डीजल की बात मेयर की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान आई थी. विभाग ने सामान्य तौर पर आगजनी की घटनाओं मौके पर पहुंचने वाले दमकल वाहन में अत्याधिक डीजल खर्च पर आपत्ति का जिक्र हुआ था, लेकिन अग्निशमन विभाग से निगम को डीजल देने संबंधी पत्र नहीं मिला है.