देहरादूनः खाद्य सुरक्षा विभाग (FDA) टीम ने मंगलवार रायपुर स्थित दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ प्लांट (Milk Producers Cooperative Union Plant) में औचक निरीक्षण (FDA team inspected Aanchal Dairy Plant) कर प्लांट में तैयार होने वाले दुग्ध उत्पादों की क्वालिटी चेक के 5 सैंपल एकत्र कर उसे राजकीय लैब रुद्रपुर जांच के लिए भेजा. बता दें कि आंचल ब्रांड के नाम से पैक्ड फुल क्रीम मिल्क, डबल टोंड स्किम्ड मिल्क व स्टैंडडराइज्ड मिल्क आदि मिल्क प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं.
यहां प्रतिदिन लगभग 8 से 10 हजार लीटर मिल्क प्रोडक्ट तैयार होता है. इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना (Chief Minister Anchal Amrit Yojana) के तहत इस प्लांट में फोर्टीफाइड फ्लेवर्ड स्किम्ड मिल्क पाउडर (fortified flavored skimmed milk powder) भी तैयार किया जाता है. जिसमें विटामिन A और D भी एड कर दूध को फोर्टीफाइड किया जा रहा है. एफडीए देहरादून के मुताबिक, रायपुर आंचल प्लांट में तैयार होने वाले दूध को स्कूलों में पोषाहार आपूर्ति के लिए भी तैयार किया जा रहा है. ऐसे में प्लांट दूध की क्वालिटी जांच को लेकर पैकेट बंद एवं लूज दूध के पांच नमूने क्वालिटी जांच करने की दिशा में रुद्रपुर प्रयोगशाला में भेजे गए हैं.
आंचल दुग्ध प्लांट में स्वच्छता मानकों की अनदेखीः देहरादून खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी के मुताबिक, सरकार से अधिकृत आंचल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ प्लांट डेयरी निरीक्षण के दौरान स्वच्छता संबंधी मानकों में कमियां पाई गई. इसके सुधार के संदर्भ में धारा 32 के तहत डेयरी इंचार्ज को नोटिस दिया गया है. यदि इसमें विहित समय सीमा के भीतर सुधार नहीं किया जाता तो उसमें खाद्य सुरक्षा मानक के तहत कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, दूसरी तरफ राजकीय लैब रुद्रपुर से जांच रिपोर्ट के अनुसार आंचल दुर्ग प्लांट में तैयार होने वाले मिल्क प्रोडक्ट में अगर कमी पाई जाती है तो लैब रिपोर्ट के मुताबिक, खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. FDA की इस कार्रवाई में जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सहित, रमेश सिंह, योगेंद्र पांडे, मंजू रावत जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी कार्रवाई में मौजूद रहे.