ऋषिकेशः तीर्थनगरी में एक पिता ने साहसिक कदम उठाते हुए अपनी बेटी की आंखों का दान किया है. पिता के इस कदम से किसी ओर को एक नई जिंदगी मिल सकेगी. साथ वो जरुरतमंद इन आंखों से अब खूबसूरत दुनिया को देख सकेगा. बुधवार सुबह एक सिरफिरे ने उसकी बेटी की हत्या कर दी थी. बेटी को खोने के गम के बावजूद पिता ने उसकी आंखों को दानकर एक मिसाल कायम की है. वहीं, लोग पिता की इस कदम की जमकर सराहना कर रहे हैं.
दरअसल, बुधवार सुबह एक सिरफिरे युवक ने एक तरफा प्रेम के चलते वनखंडी निवासी कल्याणी की हत्या कर दी थी. जिसके बाद पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया था, लेकिन युवती के पिता ने इन सभी गमों से ऊपर उठकर एक साहसिक कदम उठाया है. पीड़िता के पिता ने सभी कागजात पर अपने हस्ताक्षर करते हुए एम्स ऋषिकेश को अपनी बेटी का नेत्रदान किया है.
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कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि नेत्रदान को लेकर सभी तरह के दस्तावेज पूरा करने के बाद एम्स में जमा करा दिया गया है. वहीं, एम्स के डीन मनोज प्रसाद गुप्ता ने बताया कि एक व्यक्ति ने अपनी बेटी का नेत्रदान किया गया है. जो अब नेत्रहीन लोगों के काम आएगा.
उन्होंने कहा कि अभी भी एम्स में कई मरीज मौजूद हैं, जिन्हें नेत्र की आवश्यकता है. बता दें कि, ऋषिकेश एम्स में दो दिन पहले ही आई बैंक का शुभारंभ किया गया था. नेत्रदान के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है.