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ऋषिकेश मर्डर: मौत के बाद बेटी की आंखें की दान, अब रोशन होगी किसी और की दुनिया

ऋषिकेश के बनखंडी में रहने वाले एक पिता ने अपनी बेटी की हत्या होने के बावजूद भी एम्स में नेत्रदान किया है. पिता के इस कदम से किसी को एक नई जिंदगी मिलेगी. साथ ही कोई जरुरतमंद अब इन आंखों से रंगीन दुनिया देख सकेगा.

daughter eye donate
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Published : Aug 28, 2019, 11:49 PM IST

Updated : Aug 29, 2019, 1:32 AM IST

ऋषिकेशः तीर्थनगरी में एक पिता ने साहसिक कदम उठाते हुए अपनी बेटी की आंखों का दान किया है. पिता के इस कदम से किसी ओर को एक नई जिंदगी मिल सकेगी. साथ वो जरुरतमंद इन आंखों से अब खूबसूरत दुनिया को देख सकेगा. बुधवार सुबह एक सिरफिरे ने उसकी बेटी की हत्या कर दी थी. बेटी को खोने के गम के बावजूद पिता ने उसकी आंखों को दानकर एक मिसाल कायम की है. वहीं, लोग पिता की इस कदम की जमकर सराहना कर रहे हैं.

ऋषिकेश एम्स में पिता ने बेटी की आंखों का किया दान.

दरअसल, बुधवार सुबह एक सिरफिरे युवक ने एक तरफा प्रेम के चलते वनखंडी निवासी कल्याणी की हत्या कर दी थी. जिसके बाद पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया था, लेकिन युवती के पिता ने इन सभी गमों से ऊपर उठकर एक साहसिक कदम उठाया है. पीड़िता के पिता ने सभी कागजात पर अपने हस्ताक्षर करते हुए एम्स ऋषिकेश को अपनी बेटी का नेत्रदान किया है.

ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी आपदाः 'मौत' के चुंगल से कैसे बच निकले थे राजेंद्र चौहान, सुनिए आपबीती...

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि नेत्रदान को लेकर सभी तरह के दस्तावेज पूरा करने के बाद एम्स में जमा करा दिया गया है. वहीं, एम्स के डीन मनोज प्रसाद गुप्ता ने बताया कि एक व्यक्ति ने अपनी बेटी का नेत्रदान किया गया है. जो अब नेत्रहीन लोगों के काम आएगा.

उन्होंने कहा कि अभी भी एम्स में कई मरीज मौजूद हैं, जिन्हें नेत्र की आवश्यकता है. बता दें कि, ऋषिकेश एम्स में दो दिन पहले ही आई बैंक का शुभारंभ किया गया था. नेत्रदान के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

ऋषिकेशः तीर्थनगरी में एक पिता ने साहसिक कदम उठाते हुए अपनी बेटी की आंखों का दान किया है. पिता के इस कदम से किसी ओर को एक नई जिंदगी मिल सकेगी. साथ वो जरुरतमंद इन आंखों से अब खूबसूरत दुनिया को देख सकेगा. बुधवार सुबह एक सिरफिरे ने उसकी बेटी की हत्या कर दी थी. बेटी को खोने के गम के बावजूद पिता ने उसकी आंखों को दानकर एक मिसाल कायम की है. वहीं, लोग पिता की इस कदम की जमकर सराहना कर रहे हैं.

ऋषिकेश एम्स में पिता ने बेटी की आंखों का किया दान.

दरअसल, बुधवार सुबह एक सिरफिरे युवक ने एक तरफा प्रेम के चलते वनखंडी निवासी कल्याणी की हत्या कर दी थी. जिसके बाद पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया था, लेकिन युवती के पिता ने इन सभी गमों से ऊपर उठकर एक साहसिक कदम उठाया है. पीड़िता के पिता ने सभी कागजात पर अपने हस्ताक्षर करते हुए एम्स ऋषिकेश को अपनी बेटी का नेत्रदान किया है.

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कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि नेत्रदान को लेकर सभी तरह के दस्तावेज पूरा करने के बाद एम्स में जमा करा दिया गया है. वहीं, एम्स के डीन मनोज प्रसाद गुप्ता ने बताया कि एक व्यक्ति ने अपनी बेटी का नेत्रदान किया गया है. जो अब नेत्रहीन लोगों के काम आएगा.

उन्होंने कहा कि अभी भी एम्स में कई मरीज मौजूद हैं, जिन्हें नेत्र की आवश्यकता है. बता दें कि, ऋषिकेश एम्स में दो दिन पहले ही आई बैंक का शुभारंभ किया गया था. नेत्रदान के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

Intro:ऋषिकेश-- ऋषिकेश में एक पिता ने साहसिक कदम उठाते हुए अपनी बेटी की आंखों को दान कर दिया है आज सुबह ही बेटी की हत्या हुई इसके बावजूद भी पिता ने समाज का ख्याल रखते हुए बेटी के अंग को दान कर सभी के सामने एक मिसाल कायम की है, पिता की इस पहल के बाद सभी लोग उनके इस कदम की सराहना कर रहे हैं।


Body:वी/ओ-- बनखंडी में रहने वाले एक युवक ने अपनी बेटी की हत्या होने के बावजूद भी एक मजबूत ह्रदय दिखाते हुए साहसिक कदम उठाया है पिता ने उन लाचार नेत्रहीन लोग जो अपनी आंखों से इस संसार को देख नहीं पाते उनके लिए अपनी बेटी की आंखों को दान करने का निर्णय लिया दरअसल आज सुबह ही एक सिरफिरे युवक ने एक तरफा प्रेम के चक्कर में एक युवती की हत्या कर दी थी जिसके बाद पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया था लेकिन युवती के पिता ने इन सभी ग़मों से ऊपर उठकर उन लोगों के बारे में सोचा जिन लोगों को आंखों की आवश्यकता हो सकती है पिता ने सभी कागजात पर अपने हस्ताक्षर करते हुए एम्स ऋषिकेश को अपनी बेटी का नेत्रदान किया है कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने कहा कि नेत्रदान को लेकर सभी तरह के दस्तावेज पूरे करने के बाद उसको एम्स में जमा करा दिया गया है।


Conclusion:वी/ओ-- एम्स ऋषिकेश में अभी दो दिनों पूर्व ही आई बैंक का शुभारंभ हुआ था जिसमें लोगों को नेत्रदान करने के लिए जागरूक किया जा रहा है आज एम्स ऋषिकेश में पहला नेत्रदान हुआ है एम्स के डीन मनोज प्रसाद गुप्ता ने बताया कि आज एक नेत्रदान किया गया है जो अब नेत्रहीन लोगों के काम में आएगा,उन्होंने बताया कि अभी भी ऋषिकेश एम्स में कई मरीज हैं जिनको नेत्र की आवश्यकता है, उन्होंने बताया कि नेत्रदान के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है इसके लिए अलग-अलग तरह से पब्लिक के बीच में जाकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है।

बाईट--मनोज प्रसाद गुप्ता(डीन एम्स ऋषिकेश)
Last Updated : Aug 29, 2019, 1:32 AM IST
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