देहरादून: उत्तराखंड समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का चुनाव आयोग ने ऐलान कर दिया है. जिसको लेकर अब राजनीतिक दलों की भी प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई है. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव आयोग का धन्यवाद करते हुए कहा जिस घड़ी का सभी को लंबे समय से इंतजार था, वह घड़ी अब आ चुकी है.
उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान और 10 मार्च को मतगणना होनी है. इसके अलावा अन्य 4 राज्यों के लिए भी निर्वाचन आयोग ने तारीखें तय कर दी है. जिसको लेकर हरीश रावत ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा वह निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है.
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उन्होंने कहा कि काफी लंबे समय से चुनाव की तारीखों का इंतजार किया जा रहा था. क्योंकि प्रदेश की जनता भाजपा से विमुख हो गई है. जिस तरह से भ्रष्टाचार और प्रदेश में गलत कामों को आगे बढ़ाया जा रहा है, उसको लेकर भाजपा से जनता छुटकारा चाहती है. ऐसे में वह घड़ी आ गई है, जब चुनाव के जरिए जनता भाजपा को सत्ता से दूर करेगी.
हरीश रावत ने भाजपा सरकार निशाना साधते हुए कहा बीते 5 सालों में सरकार बेरोजगारों, दलितों पिछड़ों के खिलाफ रही. इन 5 सालों में उत्तराखंड ने महंगाई को झेला, लोगों के पेट में डाका डाला गया. नौजवानों के भविष्य को रौंदा, बार-बार सरकार की ओर से परीक्षाएं घोषित की जाती रही, लेकिन परीक्षाएं नहीं करवाई गई. कहीं परीक्षाएं करवाई गई तो परिणाम नहीं घोषित किए गए. डबल इंजन नॉन स्टार्टडेट रहा. भाजपा अपने शासनकाल में तीन मुख्यमंत्री बदल डाले, लेकिन जनता को यह नहीं बताया गया कि जिस मुख्यमंत्री के हाथों उनका भविष्य पौने 4 साल रहा. आखिर उन्हें क्यों बदल दिया.
उन्होंने खनन को लेकर भी सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की नदियां रौंदी जा रही है. इस सरकार ने भ्रष्टाचार की इंतेहा कर दी है. 14 फरवरी को उत्तराखंड को इस कुशासन से मुक्ति मिलने जा रही है. उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया और कहा हम कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन करेंगे और हम यहां पश्चिम बंगाल नहीं दोहराएंगे. उन्हें उम्मीद है कि ऐसी स्थिति इन पांच राज्यों के चुनाव में नहीं आएगी.
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हरीश रावत ने कहा कांग्रेस का पूरा तंत्र चुनाव के लिए तैयार है. हमने 45 सीटों पर राय बना ली है. 70 सीटों पर हम चर्चा करके अपना उम्मीदवार घोषित करेंगे. इस चुनाव में ज्यादा से ज्यादा टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा और वर्चुअल कांटेक्ट पर रहेंगे. ताकि कोरोना से बचा जा सके.
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने चुनाव की तारीख ऐलान होने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है. मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र की ओर बढ़ रहा हूं. भगवान से बस यही प्रार्थना है कि चुनाव शांतिपूर्ण और सही ढ़ंग से हो जाए और आने वाली नई सरकार फिर इसी विधानसभा में आकर बैठे. जनता हमारे लिए जो भी निर्णय करेगी, उसका मैं स्वागत करूंगा.
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा उत्तराखंड की जनता इस समय बदलाव चाह रही है. क्योंकि बीजेपी के अंदर डर और भय का वातावरण नजर आ रहा है. उन्होंने कहा वह पहाड़ और मैदान में जितनी भी कांग्रेस की रैली में शामिल हुए हैं, उसमें जनता का भारी समर्थन कांग्रेस को मिला है. जिससे प्रतीत हो रहा है कि जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है और इसका साफ असर 2022 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा.
यशपाल आर्य ने वर्चुअल रैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा पहाड़ी इलाकों में दूरसंचार की व्यवस्था नहीं है. वहां वर्चुअल रैलियों का मतलब बनता ही नहीं है. अगर वर्चुअल रैली राजनीतिक दलों को करनी पड़ी तो वह आम जनता तक अपनी बात को कैसे पहुंचा पाएंगे ?, यह समझ से बाहर है. वहीं, निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद कांग्रेस भवन में पार्टी नेताओं ने आतिशबाजी कर खुशी मनाई.