देहरादूनः दून के चर्चित पुष्पांजलि रियल एस्टेट डिफॉल्टर कंपनी पर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने आखिकार शिकंजा कसा है. पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के निदेशक राजपाल वालिया और उनकी पत्नी पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत 31 करोड़ 15 लाख की प्रॉपर्टी सीज की गई है. देहरादून प्रवर्तन निदेशालय विधि के अनुसार पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के डायरेक्टर राजपाल वालिया और उनकी पत्नी पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत धोखाधड़ी के एक मामले में बुधवार 30 मार्च 2022 को 31 करोड़ 15 लाख की प्रॉपर्टी सीज की.
ईडी ने पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड, उसके निदेशकों और अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर (FIR) के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी. जिसके आधार पर आज कंपनी के निदेशक राजपाल वालिया और उनकी पत्नी पर कार्रवाई की गई, जबकि कंपनी के मालिक दीपक मित्तल और उनकी पत्नी पिछले दो साल से फरार हैं. बताया जाता है कि दीपक मित्तल 2 साल से दुबई में छिपकर बैठा है.
पुष्पांजलि रियल एस्टेट के मालिक दीपक मित्तल और उनकी पत्नी द्वारा देहरादून में फ्लैट अपार्टमेंट बेचने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी के कई मामले थाना राजपुर में 2020 से लगातार दर्ज हो रहे हैं. इस पूरे प्रकरण में फ्लैट और अपार्टमेंट बेचने के नाम पर 100 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी करने वाला मुख्य आरोपी दीपक मित्तल है, जो पिछले दो साल से फरार है.
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दीपक मित्तल के खिलाफ पहले ही इंटरपोल नोटिस और फिर रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है. इसके बावजूद उसकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है. दीपक मित्तल के खिलाफ थाना राजपुर और डालनवाला में कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. जिसमें दर्जनों पीड़ित लोगों को फ्लैट अपार्टमेंट बेचने के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की जांच चल रही है.
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के मुताबिक, पुष्पांजलि रियल एस्टेट के संचालक और उसके डायरेक्टर राजपाल वालिया के मनी लॉन्ड्रिंग अपराध से संबंध होने के सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर राजपाल के घर चल-अचल संपत्ति से संबंधित प्रॉपर्टी को सीज कर आगे की कार्रवाई जारी है.