श्रीनगर: शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने यूजीसी मानकों के अनुरूप छात्र-छात्राओं को डीजी लॉकर के माध्यम से डिग्री उपलब्ध कराने के लिए सभी राजकीय विश्वविद्यालयों को दिये हैं. वहीं, विश्वविद्यालयों को अपना-अपना शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर 180 दिन का अनिवार्य शैक्षिक कार्यक्रम लागू करना होगा. इसके अलावा विश्वविद्यालय 40 दिन में परीक्षाएं आयोजित कर एक माह के भीतर सभी पाठ्यक्रमों के रिजल्ट भी घोषित करेंगे.
वहीं, शिक्षा मंत्री ने बताया कि छात्र-छात्राओं की समस्याओं एवं शैक्षणिक गतिविधियों के मद्देनजर विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में 'शिक्षा संवाद' कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. इस साथ ही बैठक में उन्होंने राज्य में नशा मुक्त कैम्पस के लिये शिक्षण संस्थानों में नशे के खिलाफ जनजागरूकता अभियान संचालित करने निर्देश भी बैठक में दिये हैं.
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शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभाकक्ष में राज्य विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक ली. डॉ रावत ने बताया कि यूजीसी मानकों के अनुरूप छात्र-छात्राओं को डिग्री, अंक प्रमाण पत्र एवं अन्य प्रमाण पत्र विश्वविद्यालय द्वारा डीजी लॉकर के माध्यम से उपलब्ध कराये जाएंगे. इसके लिये सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को निर्देश दे दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि डीजी लॉकर व्यवस्था से छात्र-छात्राओं को अपने शैक्षिक दस्तावेज आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे.
विभागीय मंत्री ने विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर 180 दिन का अनिवार्य शैक्षिक कार्यक्रम लागू करने को भी कहा है. साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालयों में केन्द्रीयकृत मूल्यांकन प्रणाली स्थापित करने के निर्देश भी दिये. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय 40 दिन में परीक्षाएं आयोजित कर 30 दिन के भीतर सभी पाठ्यक्रमों के रिजल्ट घोषित करें. उन्होंने परीक्षा नियंत्रकों को ऐसे महाविद्यालयों के प्राचार्यो को पत्र भेजकर परीक्षा परिणामों का विश्लेषण करने को कहा जहां परीक्षा परिणामों में लगातार गिरावट आ रही है. ताकि महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं की समस्याओं और पठन-पाठन में आ रही दिक्कतों को दूर किया जा सके.